न्यूयॉर्क: फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अपनी सोशल नेटवर्किं ग साइट पर अमेरिकी राष्ट्रपति की आव्रजन-रोधी नीतियों और मेक्सिको की सीमा पर दीवार बनाने की योजना की आलोचना की। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में अपने कार्यकाल के पहले सप्ताह में ही सीमा पर दीवार के निर्माण और ईरान, इराक, लीबिया और सीरिया से शरणार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाने का निर्देश दे दिया।
मार्क जुकरबर्ग ने ट्रंप के फैसले को लेकर जताई चिंता
मार्क जुकरबर्ग ने शुक्रवार को एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, “आप जैसे कई लोगों की तरह ही मैं भी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा दिए गए हालिया निर्देशों के प्रभाव को लेकर चिंतित हूं।
हमें इस देश को सुरक्षित रखना है, लेकिन हमें इसके लिए उन लोगों पर ध्यान देना चाहिए जो असली खतरा हैं।” जुकरबर्ग ने अमेरिका को ‘प्रवासियों का देश’ कहते हुए ट्रंप के कदमों की आलोचना की।
मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि उनके परदादा-परदादी जर्मनी, ऑस्ट्रिया और पोलैंड से यहां आए थे, जबकि उनकी पत्नी प्रिसिला चैन के माता-पिता चीन और वियतनाम से आए शरणार्थी हैं। जुकरबर्ग ने ट्रंप से शरणार्थियों के लिए अमेरिका के द्वार खुले रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “अगर हमने कुछ दशकों पहले शरणार्थियों के आने पर रोक लगा दी होती, तो प्रिसिला का परिवार आज यहां नहीं होता।”