बीजेपी में एक के बाद एक नेता बगावत पर उतर रहे हैं. पार्टी में यह स्थिति टिकट देने के बंटवारे के बाद उत्पन्न हुई है. आपको बता दें कि टिकट नहीं मिलने को लेकर ही बीजेपी के पूर्व सांसद राम नारायण भी बागवत पर उतर गए हैं. राम नारायण का यह कहना है कि बीजेपी ने टिकट बंटवारे में तेली समाज की अनदेखी की है. बीजेपी ने तेली समाज को टिकट नहीं दिया है. इस वजह से पुरे प्रदेश में तेली समाज बीजेपी से नाराज है.
इतना ही नहीं राम नारायण ने यह भी कहा है कि इस बार तेली समाज बीजेपी के विरोध में वोट डालेगा. उनके मुताबिक यूपी की 109 विधानसभाओं में तेली समाज का हजारों वोट हैं. जो अब बीजेपी के खाते में नहीं जायंगी.
बता दें कि राम नारायण साहू भारतीय तैलिक साहू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. जिसको लेकर यह राजनीति के यह कहा जा रहा है कि उनका इस तरह से पार्टी के विरोध में खड़ा होने की वजह से बीजेपी को यूपी चुनाव में नुकसान हो सकता है.
गौरतलब हो कि इससे पहले यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को एक और तगड़ा झटका लगा था. क्योकि भाजपा के जमीनी नेता माने जाने वाले नेताओं में से एक नेता डॉ.अशोक सिंह ने बीजेपी को छोड़ दिया था. साथ ही उन्होंने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि वो उत्तरी से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. जबकि उन्होंने बड़ा बयान देते हुए यह भी कहा कि बीजेपी का उत्तर प्रदेश में बिहार जैसा ही हाल होगा.