कटक: भारत ने सीरीज का दूसरा वनडे मैच इंग्लैंड से 15 रन से जीत लिया। 382 रन के टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 50 ओवरों में 8 विकेट 366 पर रन ही बना पाई। इससे पहले युवराज सिंह और एमएस धोनी की शानदार इनिंग के दम पर भारत ने 50 ओवरों में 6 विकेट पर 381 रन बनाए थे। इंग्लैंड के लिए कप्तान इयान मोर्गन ने सेन्चुरी तो वहीं तीन अन्य बैट्समैन ने फिफ्टी लगाई।
ऐसे गिरे इंग्लैंड के विकेट
इंग्लैंड को पहला झटका 3.5 ओवर में एलेक्स हेल्स (14) के रूप में लगा। बुमराह की बॉल पर धोनी ने उनका कैच लिया। दूसरा विकेट जो रूट (54) का रहा। 20वें ओवर में फिफ्टी पूरी करने के बाद वे अश्विन की बॉल पर विराट के हाथों कैच आउट हो गए। रवींद्र जडेजा ने 26.1 ओवर में इंग्लैंड को तीसरा झटका दिया। उन्होंने जेसन रॉय (82) को बोल्ड कर दिया। अगले ही ओवर में अश्विन ने मेहमान टीम का चौथा विकेट ले लिया। उन्होंने बेन स्टोक्स (1) को बोल्ड कर दिया। अश्विन ने ही जोस बटलर (10) को आउट कर इंग्लैंड को पांचवा झटका दिया। धोनी ने उन्हें स्टंप कर दिया। छठा विकेट मोईन अली (55) का रहा। वे 43.3 ओवर में भुवनेश्वर कुमार की बॉल पर बोल्ड हो गए। सातवां विकेट क्रिस वोक्स (5) का रहा। उन्हें 44.2 ओवर में जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर दिया। आठवां विकेट कप्तान इयान मोर्गन (102) का रहा। वे दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट हो गए।
मोर्गन ने लगायी सेंचुरी
इंग्लैंड के कप्तान इयान मोर्गन 81 बॉल पर 102 रन बनाकर आउट हुए। अपनी इस धांसू इनिंग में उन्होंने 6 चौके और 5 सिक्स भी लगाए। मोर्गन ने अपने 100 रन 80 बॉल पर पूरे किए थे। उन्होंने छठे विकेट के लिए मोईन के साथ 93 रन जोड़े।
इंग्लैंड के लिए लगी तीन फिफ्टी
इस मैच में इंग्लैंड के लिए जेसन रॉय (82), जो रूट (54), मोईन अली (55) और कप्तान इयान मोर्गन ने फिफ्टी लगायी। जेसन रॉय 73 बॉल पर 82 रन बनाकर आउट हुए। अपनी इनिंग में उन्होंने 9 चौके और 2 सिक्स भी लगाए। वहीं रूट 54 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने अपने 50 रन 53 बॉल पर पूरे किए थे। अपनी इनिंग में उन्होंने 8 चौके भी लगाए। मोईन अली 43 बॉल पर 55 रन बनाकर आउट हुए। इस दौरान उन्होंने 6 चौके भी लगाए।
जेसन रॉय को मिला था जीवनदान
17.3 ओवर में जेसन रॉय को एक जीवनदान मिला। जब पंड्या की बॉल पर बुमराह ने मिडविकेट पर उनका कैच छोड़ दिया। उस वक्त रॉय 44 रन पर खेल रहे थे। बुमराह ने उछलते हुए कैच लेने की कोशिश की, लेकिन बॉल उनकी उंगलियों को छूती हुई निकल गई।
ऐसी थी इंडिया की इनिंग
भारत ने टॉस हारकर पहले खेलते हुए 50 ओवरों में 381/6 रन बनाए। टीम इंडिया की शुरूआत बेहद खराब थी और 3 विकेट केवल 25 रन पर गिर गए थे। इसके बाद युवराज और धोनी ने चौथे विकेट के लिए 256 रन बनाते हुए टीम को संभाल लिया। मैच में युवराज (150) और धोनी (134) ने शानदार सेन्चुरी लगाई। इंग्लैंड के लिए वोक्स ने 4 और प्लंकेट ने दो विकेट लिए।
ऐसे गिरे भारत के विकेट
मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया। भारत की शुरूआत बिल्कुल भी अच्छी नहीं रही। तीसरा ओवर भारत को काफी महंगा पड़ा। क्रिस वोक्स के इस ओवर में भारत के दो विकेट गिर गए। वोक्स के इस ओवर की पहली बॉल पर लोकेश राहुल (5) आउट हुए, वहीं आखिरी बॉल पर कप्तान विराट कोहली (8) पवेलियन लौट गए। दोनों ही कैच बेन स्टोक्स ने लिए। तीसरा विकेट भी क्रिस वोक्स को ही मिला। 4.4 ओवर में उन्होंने शिखर धवन (11) को बोल्ड कर दिया। इस वक्त भारत का स्कोर 25/3 रन था। लेकिन इसके बाद युवराज सिंह और एमएस धोनी ने जिम्मेदारी से बैटिंग करते हुए टीम को संभाल लिया। चौथा विकेट युवराज सिंह (150) का रहा। 42.6 ओवर में वोक्स की बॉल पर वे बटलर के हाथों कैच आउट हुए। केदार जाधव पांचवें बैट्समैन के रूप में आउट हुए। उन्होंने 10 बॉल पर 22 रन बनाए। छठा विकेट एमएस धोनी (134 रन) का रहा। वे प्लंकेट की बॉल पर विली को कैच दे बैठे। पंड्या (19) और अश्विन (16) नॉटआउट पवेलियन लौटे।
धोनी ने तोड़े दो रिकॉर्ड
इस मैच में धोनी ने कुल 6 छक्के लगाए अब वनडे मैचों में उनके 203 सिक्स हो गए हैं। मैच में चौथा सिक्स लगाते ही धोनी, न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैक्कुलम को पीछे छोड़कर वनडे में सबसे ज्यादा सिक्स लगाने वाले चौथे बैट्समैन बन गए। इसके अलावा मैच में 106वां रन बनाते ही धोनी ने वनडे मैचों में रन बनाने के मामले में वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल (9221 रन) को पीछे छोड़ दिया। अब वे गेल को पीछे छोड़ वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 16वें बैट्समैन बन गये हैं।
मैच में बने ये भी रिकॉर्ड
ये इंग्लैंड के खिलाफ किसी भी टीम का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इस मैच में युवराज ने 150 रन बनाए। जो इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में किसी बैट्समैन का छठा सबसे बड़ा स्कोर है। भारत ने इस मैच में 5 ओवर के अंदर अपने तीन विकेट खो दिए थे। इससे पहले साल 2010 में श्रीलंका के खिलाफ ढाका वनडे में ऐसा हुआ था। जबकि घरेलू मैदान पर ऐसा साल 2007 में आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच में हुआ था। इस मैच में भारत का बनाया स्कोर(381/6), इस ग्राउंड पर किसी भी टीम का सबसे बड़ा स्कोर है।
रोमांचक मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 15 रन से हराया,
Previous Article200 छक्के जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने महेंद्र सिंह धोनी
Next Article बीज उत्पादन में राज्य आत्मनिर्भरता की राह पर
Related Posts
Add A Comment