हजारीबाग: बुधवार को उपद्रवी तत्वों ने एक फिर शहर को अशांत करने का प्रयास किया। लेकिन एसडीओ शशिरंजन व पुलिस की सूझबूझ का परिचय देते हुए स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया और अशांत होने से बच गया। बुधवार सुबह दस बजे के लगभग हजारीबाग सिमरिया रोड में खिरगांव कब्रिस्तान के पास स्कूल जा रही मो फिरोज की एक 9 वर्षीय बच्ची सुहाना परवीन की मौत सीआरपीएफ की बस से कुचल कर हो गया। जिससे आक्रोशित लोगों ने खीरगांव में घटनास्थल के पास व पंचमंदिर चौक के पास तोड़फोड़ व रोडेबाजी करना शुरु कर दिया। साथ ही आक्रोशित लोगों ने सीआरपीएफ बस व एक पुलिस वाहन को भी अपना निशाना बनाया। पंच मंदिर चौक के पास से गुजर रही सीआरपीएफ के बस को रोककर पलट दिया और जलाने का प्रयास करने लगे।
जिससे देख्रते ही देखते शहर आशांत व पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। घटना की सूचना मिलने पर एसडीओ शशिरंजन व मुख्यालय डीएसपी दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर उपद्रवियों को खदेड़ कर स्थिति को नियंत्रण में लिया। घटना की सूचना आग की तरह चारों तरफ फैल गयी। शहर की दुकाने खुल ही रही थी आचानक घटी घटना के कारण बंद होना शुरु हो गया। मामला शांत होने के बाद पुलिस बल के प्रयास झंडा चौक से लेकर खिरगांव तक की दुकानें दोपहर एक बजे के बाद खुला। शहर को अशांत होने से बचाने में एसडीओ, पुलिस बल व स्थानीय लोगों के साथ-साथ जामा मस्जिद के सचिव गुलाम मोईनुद्दीन, जदयू के बटेश्वर मेहता आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
एसडीओ खुद पुलिस की भूमिका आ गए और पुलिस बल के साथ उपद्रवियों को खदेड़ना शुरु किया। घटना से आक्रोशित लोगों ने खीरगांव कब्रिस्तान के पास हजारीबाग सिमरिया मार्ग को शव के साथ पांच घंटे तक सड़क जाम कर दिया। प्रशासन द्वारा काफी मान मनौव्वल के बाद आक्रोशित लोगों को समझा बूझा कर शांत किया गया। जिसके बाद सरकारी नियमानुसार मुआवजा दिए जाने के आश्वासन के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए और शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया।