रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड के उद्यमी तसर, लाह इत्यादि से निर्मित सामग्रियों तथा झारखंड के पारंपरिक/अन्य हैंडीक्राफ्ट के साथ 2018 में दुबई में होनेवाले विश्वस्तरीय मेला में भाग लेंगे। झारखंड के हैंडीक्राफ्ट में यहां की संस्कृति की झलक मिलती है। यहां के हस्तनिर्मित उत्पादों, कुटीर उद्योगों से निर्मित सामग्रियों की मांग राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने से झारखंड में लघु उद्योग/कुटीर उद्योग का विकास तेजी से होगा। सीएम मंगलवार को झारखंड मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में लघु एवं कुटीर विकास बोर्ड की बैठक कर रहे थे।
जिला, प्रखंड और गांव तक नियुक्त होंगे कोआॅर्डिनेटर
सीएम ने निर्देश दिया कि इसके लिए जिला, प्रखंड एवं गांव स्तर तक कोआर्डिनेशन कमिटी का गठन करते हुए कोआॅर्डिनेटर नियुक्त किये जायें। कोआॅर्डिनेटर गांव के उद्यमी सखी मंडल तथा युवा मंडल से समन्वय स्थापित कर उनके उत्पादों की मार्केटिंग में सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में तसर एवं लाह के साथ वन उत्पाद पर आधारित लघु एवं कुटीर उद्योग की व्यापक संभावनाओं को हकीकत में बदलने के लिए लघु एवं कुटीर विकास बोर्ड का गठन किया गया है।
सखी एवं युवा मंडल को मिलेगी ट्रेनिंग
सीएम ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण एवं मार्केट के अनुरूप उत्पाद के लिए सखी मंडल तथा युवा मंडल को प्रशिक्षित भी किया जायेगा। उद्यमी मार्केट के अनुरूप डिजाइन का चयन कर सामग्रियों का निर्माण कर सकेंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा एवं गांवों में समृद्धि आयेगी।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में सीएस राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, प्रधान सचिव ग्रामीण विकास विभाग एनएन सिन्हा, प्रधान सचिव सुखदेव सिंह, प्रधान सचिव गृह एसकेजी रहाटे, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, निदेशक उद्योग के रविकुमार समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।