कोलकाता। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान अयोध्या गोलीकांड में बलिदान हुए कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी ने उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण सम्मान दिए जाने की घोषणा पर गहरी नाराजगी जताई है। पूर्णिमा ने तंज कसा कि अब केंद्र सरकार को एक कदम और आगे बढ़कर रामकुमार एवं शरद कोठारी सहित विवादित बाबरी ढांचा विध्वंस में शामिल कारसेवकों को आतंकी घोषित कर देना चाहिए।
पूर्णिमा कोठारी ने शुक्रवार को हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि जब हत्यारों को पद्म विभूषण दिया जा रहा है तो क्या अब कारसेवकों को आतंकी घोषित किया जाएगा। वर्ष 1990 के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन के दौरान कोलकाता के प्रसिद्ध रामकुमार कोठारी और शरद कोठारी सिर्फ 22 एवं 20 साल की उम्र में साथ ही कोलकाता से अयोध्या पहुंचे थे और विवादित ढांचा विध्वंस के दौरान तत्कालीन मुलायम सरकार के आदेश पर हुई पुलिस फायरिंग में बलिदान हो गए थे। उनकी याद में हर साल हिंदू संगठनों की ओर से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
पूर्णिमा कोठारी ने ट्विटर पर भी यह नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और अन्य संबंधित लोगों को भी ट्विटर पर टैग किया है। कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी बंगाल भाजपा की महिला मोर्चा की कोषाध्यक्ष हैं। अपनी ही पार्टी की सरकार के फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि कारसेवकों पर जिन पुलिसकर्मियों ने फायरिंग की उनके खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। आज तक अपने भाइयों की हत्या पर न्याय नहीं मिला है, लेकिन अब हत्यारे मुलायम सिंह को पद्म सम्मान दिया गया है। आखिर मुलायम की क्या उपलब्धि है?