चेन्नई: तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बने ओ. पनीरसेल्वम ने शशिकला नटराजन के खिलाफ बगावत छेड़ दी है। बता दें कि ‘ अम्मा ‘ के बाद ‘ चिन्नमा ‘ के नाम से मशहूर शशिकला नटराजन AIDMK का चेहरा बनने के साथ-साथ मुख्यमंत्री भी बनना चाहतीं है, जबकि पनीरसेल्वम का कहना है कि वह अम्मा के कहने पर ही मुख्यमंत्री बने थे, और अम्मा यह कभी नहीं चाहती थीं कि शशिकला मुख्यमंत्री बनें।
शशिकला से बगावत छेड़ते हुए पनीरसेल्वम एक के बाद एक नए फैसले ले रहे है, इस क्रम में पनीरसेल्वम ने बैंकों को पत्र लिखकर कहा कि किसी को भी पार्टी के खातों से लेन-देन फिलहाल नहीं करने दिया जाए। बता दें कि शशिकला से बगावत छेड़ने के बाद शशिकला ने पनीरसेल्वम को पार्टी के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया था, जिसके बाद पनीरसेल्वम का कहना था कि उन्हें अम्मा ने कोषाध्यक्ष बनाया था, और इस पद से उन्हें कोई भी नहीं हटा सकता है।
जानकारी के अनुसार पनीरसेल्वम ने मैलापोर क्षेत्र के दोनों बैंकों- करूर व्यासा बैंक और बैंक आफ इंडिया के मुख्य प्रबंधकों को पत्र लिख कर कहा कि पार्टी के नियमों के अनुसार फिलहाल वह पार्टी के कोषाध्यक्ष है, इस लिए फिलहाल इस पर रोक लगाए रखे। उन्होंने अपने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि पार्टी संविधान के नियन 20 के तहत पार्टी महासचिव, पार्टी के प्राथमिक सदस्यों द्वारा चुना जाएगा जोकि अभी नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि जयललिता की निधन के बाद खाली पड़े AIDMK महासचिव का पद अभी भी खाली है, इस लिए पार्टी महासचिव द्वारा चुने गए केंद्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य, उप महासचिव, कोषाध्यक्ष और पार्टी मुख्यालय सचिव तब अपने पद पर बने रहेंगे, जबतक की नए महासचिव का चुनाव नहीं हो जाता है और नए महासचिव ही इन पदाधिकारियों को उनके पद से हटा सकते है।