यूपी की सियासत से मिल रही एक बड़ी खबर के मुताबिक यह सामने आया है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आग्रह के बाद एक राजनितिक पार्टी प्रदेश में होने वाले चुनाव में अपने प्रत्याशियों को नहीं खड़ा करेगी. इस पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोक समता पार्टी है. ये पार्टी एनडीए के घटक दल में भी शामिल है. बताया जा रहा है कि रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पीएम मोदी से मिलने के बाद यूपी चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है.
इसे बात की पुष्टि रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने की है. उन्होंने मंगलवार को उपेंद्र कुशवाहा और प्रधानमंत्री के बीच हुई मुलाकात की भी जानकारी दी है.
उन्होंने ये भी बताया कि कुशवाहा से प्रधानमंत्री ने आग्रह करते हुए यह कहा था कि अगर रालोसपा उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ती है तो यह कदम व्यापक राष्ट्र हित के लिए होगा. उनके बाद ही कुशवाहा की अध्यक्षता में बुधवार की सुबह रालोसपा कोर कमेटी की आपात बैठक हुई. जिसमे मंथन के बाद चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया गया.
फजल इमाम की माने तो प्रधानमंत्री ने कुशवाहा को भविष्य में वे रालोसपा के हितों का ध्यान रखने का भरोसा भी दिया है. आपको यह बता दें कि इससे पहले कुशवाहा की पार्टी रालोसपा कार्यकर्ताओं की मांग पर चुनाव लड़न वाली थी. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अनुसार रालोसपा पहले यूपी में 80 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया था. पार्टी ने तीन चरणों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी भी कर दी थी और कई उम्मीदवारों का नामंकन भी करवा लिया था. लेकिन अब रालोसपा का एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ेगा.