यरूशलम: भारतीय मूल के प्रसिद्ध ब्रिटिश मूर्तिर्कार अनीश कपूर को यहूदी मूल्यों को लेकर उनकी प्रतिबद्धता के लिए आज इस्राइल के प्रतिष्ठित जेनेसिस पुरस्कार के लिए चुना गया। पुरस्कार के साथ उन्हें दस लाख डॉलर की राशि दी जाएगी। कपूर हाल के समय में सीरियाई शरणार्थियों के मानवाधिकारों के पैरोकार के रूप में उभरे हैं।

यहूदी नोबेल कहे जाने वाले इस पुरस्कार के लिए चुने जाने के बाद 62 साल के मूर्तिकार ने शरणार्थियों के प्रति सरकार की घृणित नीतियों के खिलाफ बोला। यहूदियों के गैर लाभकारी संगठन जूइश एजेंसी के अध्यक्ष नैटन शरान्स्की की अध्यक्षता वाली पुरस्कार समिति ने कपूर को अपनी पीढ़ी के सबसे प्रभावशाली एवं नवोन्मेषी कलाकारों में से एक बताया।

कपूर से पहले आई पर्लमैन, न्यूयार्क शहर के पूर्व मेयर माइकल ब्लूमबर्ग और अभिनेता-निर्देशक माइकल डगलस को यह पुरस्कार दिया गया है। कपूर ने कहा कि वह पुरस्कार राशि युद्ध या कानूनी प्रक्रिया से भागने वाले लोगों की मदद के लिए दान देंगे। उन्होंने कहा कि वह इस धनराशि का इस्तेमाल शरणार्थी संकट को कम करने में करेंगे और सीरियाई शरणार्थियों की मदद के लिए वैश्विक प्रयासों में यहूदी समुदाय की भागीदारी बढ़ाने की कोशिश करेंगे।

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