पुणे में मिली करारी हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन विराट कोहली और टीम इंडिया के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के पहले टेस्ट में स्टीवन स्मिथ और स्टीव ओ कीफे की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को 333 रनों के विशाल अंतर से हराया। भारतीय टीम ने दोनों ही पारियों में शर्मनाक प्रदर्शन किया। भारत पहली पारी में 105 और दूसरी पारी में 107 रन पर सिमट गया। इस शर्मनाक हार के साथ कप्तान विराट कोहली का 19 टेस्टों से चला आ रहा अपराजेय क्रम टूट गया।
21 साल बाद भारतीय टीम का सबसे खराब प्रदर्शन
पुणे टेस्ट में भारतीय टीम ने दोनों पारियों में कुल मिलाकर सिर्फ 212 रन बनाए।
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा चौथी बार जब टीम इंडिया ने दोनों पारियों को मिलाकर इतना कम रन बनाने में सफल हुई है। इससे पहले तीन मौकों पर टीम इंडिया दोनों पारियों में 200 रन भी नहीं जुटा पाई।
भारतीय टीम ने अपना पहला टेस्ट 1932 में खेला। 15 साल बाद 1947 में ब्रिसबेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम पहली पारी में 52 और दूसरी पारी में सिर्फ 82 पर ऑलआउट हो गई। इसके बाद मैनचेस्टर टेस्ट (1952) में इंग्लैंड के बॉलर्स ने टीम इंडिया को पहली पारी में महज 58 और दूसरी पारी में 98 रनों पर समेट दिया। 21 साल पहले डरबन टेस्ट (1996) में दक्षिण अफ्रीकी पेस अटैक सामने भारतीय बल्लेबाजी ध्वस्त हो गई थी। पहली पारी में भारत ने 100 जबकि दूसरी पारी में सिर्फ 66 रन बनाए।
भारतीय सरजमीं पर सबसे बुरा प्रदर्शन
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, ब्रिसबेन टेस्ट- 140 (58, 82)
भारत बनाम इंग्लैंड, मैनटेस्टर टेस्ट- 156 (58, 98)
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, डबरन टेस्ट- 166 (100, 66)
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, पुणे टेस्ट- 212 (105, 107)