प्रदेश के नए सीएम के तौर पर योगी के हाथों में कमान है. ऐसे में लोगों की उम्मीद नई सरकार से काफी बढ़ गई है. लेकिन आज पहली भाषण के दौरान ही योगी सरकार में मंत्रियों और विधायकों ने पोल खोल के रख दिया है. आज योगी एक तरफ जहां विकास की बात कर रहे थे और विधायकों और मंत्रियों को समझा रहे थे. मौका था नए स्पीकर के चुनाव का. आदित्यनाथ ने अपने भाषण में संसदीय परंपराओं के सम्मान के प्रति अपना संकल्प व्यक्त किया और पक्ष व विपक्ष को आपसी मतभेद भूलकर प्रदेश की 22 करोड़ जनता के हित में विकास करने का आह्वान किया. खास बात ये रही की योगी का ये भाषण खुद उनके ही पार्टी के विधायकों को उबाऊ लगने लगा. यही वजह रहा की सभी विधायक और मंत्री खराटे लेते हुए नजर आये.
अब सवाल ये उठता है कि क्या ऐसे होगा यूपी का विकास?