रांची: वीर सपूत नीलांबर-पीतांबर के शहादत दिवस पर मोरहाबादी मैदान में उनकी प्रतिमा का अनावरण कर रघुवर दास ने शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने खरवार भोगता समाज विकास मंच की महारैली को संबोधित किया। सीएम ने कहा कि नीलांबर-पीतांबर ने किसी समाज के लिए नहीं बल्कि देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया, लेकिन झारखंड के वीर शहीदों के साथ देश में लंबे काल तक शासन करने वालों ने भेद-भाव किया है। आजादी के आंदोलन के काफी पहले झारखंड के वीर सपूतों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बिगुल फूंक दिया था। इतिहास में इनका बढ़-चढ़ कर नाम होना चाहिए था, जबकि इनकी उपेक्षा की गयी। सीएम ने कहा कि देर से ही हम राजनीति करने वालों की नींद खुली तो सही। नीलांबर-पीतांबर की यह प्रतिमा हमें प्रेरणा और मार्गदर्शन देने का काम करेगी। सीएम ने जुलाई में मेदिनीनगर के जीएलए कॉलेज परिसर में नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कैंपस का शिलान्यास करने की घोषणा की। उन्होंने लेस्लीगंज प्रखंड में नीलांबर-पीतांबर के नाम से इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज खोलने की भी घोषणा की। भोगता समाज की मांग पर मुख्यमंत्री ने आॅक्सीजन पार्क का नाम नीलांबर-पीतांबर पार्क करने की घोषणा की।
दो साल के अंदर हर पंचायतों में लाइब्रेरी
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य के 4404 पंचायतों में दो साल के अंदर पुस्तकालय बनेगा। इनमें से 2202 इस वित्तीय वर्ष में और बाकी के 2202 लाइब्रेरी अगले वित्तीय वर्ष में बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुस्तकालयों में झारखंड के सभी वीर सपूतों के जीवन और उनके संघर्ष से जुड़ी किताबें होंगी। उन्होंने कहा कि झारखंड के वीर सपूतों के गांवों को आदर्श ग्राम बनाने के लिए बजट में 30 करोड़ का प्रावधान किया गया है। अप्रैल से नीलांबर-पीतांबर के गांव को आदर्श ग्राम बनाने का काम शुरू हो जायेगा।
डिजाइनिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग का है जमाना
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में 50 से ज्यादा फलों का उत्पादन होता है। इसलिए सरकार ने मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड का गठन किया है। हर गांव में उद्यमी सखी को तैयार किया जायेगा। 32,000 गांव में 4 लाख 80 हजार उद्यमी तैयार किये जायेंगे। वहीं साड़ी उद्योग को भी बढ़ावा देने के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है। सीएम ने कहा कि हर व्यक्ति को कौशल विकास दे कर सरकार उन्हें हुनरमंद बनायेगी, क्योंकि आज डिजाइनिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग का जमाना है।