रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने धनबाद के आशीष हत्याकांड का एक सप्ताह में खुलासा करने का निर्देश दिया है। निर्धारित अवधि में हत्यारों के नहीं पकड़े जाने पर धनसार के थानेदार को निलंबित करने का आदेश धनबाद एसएसपी को दिया है। उन्होंने एसएसपी को फटकारते हुए कहा कि वह इस केस की स्वयं मॉनिटरिंग करें। इसमें शिथिलता नहीं बरती जाये। मंगलवार को सूचना भवन में सीधी बात कार्यक्रम के दौरान धनबाद की आशा देवी नाम की महिला की फरियाद पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने यह निर्देश दिया। आशा देवी ने अपने बेटे आशीष के हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं होने की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। इस पर मुख्यमंत्री ने धनबाद के एसएसपी से जवाब मांगा। एसएसपी ने इस पूरे मामले को जैसे ही मुख्यमंत्री के सामने रखना शुरू किया, सीएम नाराज हो गये। उन्होंने कहा कि इतिहास मत बताओ। क्या कार्रवाई हुई है, वह बताओ। उन्होंने कहा कि अगर सात दिनों में हत्यारा नहीं मिलता है, तो थानेदार को निलंबित करो। मंगलवार को जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 19 मामलों की सुनवाई की। मौके पर सीएम के प्रधान सचिव संजय कुमार, सचिव सुनील वर्णवाल, आइपीआरडी निदेशक राजीव बख्शी मौजूद थे।
एसएसपी की बातों से फफक-फफक कर रोने लगी मृतक आशीष की मां
धनबाद के महावीर नगर निवासी आशा देवी का 18 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार 13 जुलाई 2016 को लापता हो गया था। खोजबीन के बाद 17 जुलाई को गांव के पास ही एक झाड़ी में उसका शव मिला। आशा ने धनसार थाना में मृतक के संदिग्ध दोस्तों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी, लेकिन अब तक नामजद लोगों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। हत्या के छह माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। सीधी बात कार्यक्रम के दौरान एसएसपी ने मुख्यमंत्री को पीड़ित परिवार की पृष्ठभूमि बतानी शुरू की। इस दौरान आशा देवी मुख्यमंत्री के सामने फफक-फफक कर रोने लगीं। उन्होंने कहा कि अगर वह बेटे का गुनहगार है, तो पुलिस उसे सजा क्यों नहीं दे देती है। महिला के आंसुओं ने सीएम को झकझोर दिया और वह भी भावुक हो गये। इसके बाद उन्होंने धनबाद एसएसपी को फटकार लगायी।