तिरुवनंतपुरम: माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को कहा कि सर्वोच्च न्यायालय अयोध्या मुद्दे से अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता और उसे इस मामले में कोई फैसला सुनाना चाहिए। येचुरी ने मीडियाकर्मियो से यहां कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के लिए यह सही नहीं है कि वह अयोध्या मुद्दे पर न्यायालय से बाहर समझौता करने का सुझाव दे।
येचुरी ने कहा, “मौजूदा मुद्दा जमीन की हकदारी से संबंधित है और सर्वोच्च न्यायालय इस जिम्मेदारी से खुद को अलग नहीं कर सकता। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद ही किसी राजनीतिक सहमति की बात हो सकती है।”
येचुरी ने कहा, “हमें इस बात से आश्चर्य है कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर दुविधा में है।
(प्रधानमंत्री) पी.वी. नरसिम्हा राव के कार्यकाल में बाबरी मस्जिद ढहाई गई थी।” येचुरी यहां मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की एक बैठक में हिस्सा लेने आए हुए थे।