हजारीबाग/बड़कागांव: प्रखंड के महुदी गांव में 33 साल बाद 4 मार्च को रामनवमी की शोभा यात्रा इस वर्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री सह भाजपा नेता यशवंत सिन्हा के नेतृत्व में निकलेगी। इस बाबत जानकारी देते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि महुदी गांव के लोगों ने सोमवार को वर्तमान स्थिति की जानकारी दी और जुलूस निकाले जाने का आग्रह किया है। इसके पहले नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा से भी ग्रामीण उक्त मांग कर चुके हैं। यशवंत सिन्हा ने कहा कि प्रशासन का आदेश स्वीकार्य नहीं है। शोभायात्रा हर हाल में सरकारी मार्ग से होकर गुजरेगी। इसमें मैं स्वयं रहूंगा। उन्होंने ग्रामीणों से संयम बरतने और नशामुक्त रहने की अपील की। इधर प्राप्त जानकारी के अनुसार देर शाम हजारीबा के एसपी यशवंत सिन्हा से मिले। उन्होंने शोभायात्रा न निकालने का आग्रह किया, जिसे श्री सिन्हा ने अस्वीकार कर दिया।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल पहुंचा महुदी गांव
यशवंत सिन्हा के निर्देश पर सोमवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल महुदी गांव पहुंचा और ग्रामीणों के साथ बैठक कर शोभायात्रा के दौरान भाईचारे के साथ संयम बरतते हुए नशामुक्त रहने की सलाह ग्रामीणों को दी। प्रतिनिधिमंडल की बातों को सुनते ही ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त हो गया। प्रतिनिधिमंडल में हजारीबाग भाजपा जिला उपाध्यक्ष अनिल मिश्रा, बड़कागांव पूर्व मंडल अध्यक्ष बेचन साव, पश्चिमी क्षेत्र के महामंत्री राजेंद्र गुप्ता, सुमन गिरि, उमेश कुमार दांगी, अरुण मालाकार, मनोहर चौबे आदि शामिल थे। ज्ञात हो कि महुदी गांव के एक समुदाय के ग्रामीणों ने यशवंत सिन्हा से मुलाकात कर 1984 से रुकी रामनवमी शोभायात्रा को निकालने के लिए एक ज्ञापन सौंपा था। इस पर भाजपा नेता सह हजारीबाग के पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा ने अपने संज्ञान में लेते हुए एक प्रतिनिधिमंडल का गठन कर महुदी गांव भेजा।