नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कार्यवाई के दौरान सेना पर पथराव की घटना से नाराज जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक ने एक बड़ा बयान दिया है। स्थानीय लोगों के इस हरकत से नाराज डीजीपी एस पी वैद ने बताया कि मुठभेड़ की जगह पर जाकर युवा आत्म हत्या कर रहे है।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान सेना और पुलिस के जवान भी अपने आप को बचाने के लिए बुलेटप्रूफ गाड़ी, जौकेट या किसी मकान का सहारा लेती है। उन्होंने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कार्यवाई के दौरान मुठभेड़ की जगह पर युवा आत्महत्या कर रहे हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने युवाओं से अपील की है कि युवा मुठभेड़ की जगह पर न जाएं।
आपको बता दें डीजीपी ने साफ तौर पर कहा कि दुश्मन सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर युवाओं को भड़काने का काम कर रहा है, ताकि आतंकवादियों को मुक्त कराने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि युवा यहा चंद लोगों के राजनीतिक स्वार्थ के जाल में फंस कर ऐसे हरकत कर रहे है।
यहां सेना पर पथराव आम बात है
जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न अंग है इसमें कोई संदेह की बात नहीं है, लेकिन इसके बाद भी स्थानीय लोगों का जो सेना और पुलिस के प्रति रैवाया है, उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
गौर हो कि जम्मू-कश्मीर, पाकिस्तानी सीमा से सटा है, ऐसे में यहां आय दिन आतंकी गतिविधियां देखने को मिलती रहती है। हालांकि भारतीय सेना दुश्मनों को मुहतोड़ जवाब देती रही है, लेकिन जब अपने ही पराया बन जाए तो पड़ोसियों से क्या आस लगाया जा सकता है।
दरअसल जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान स्थानीय नागरीकों का विरोध करना आम बात होती जा रही है। बता दें कि आतंकियों के खिलाफ अभियान के दौरान सेना पर स्थानीय लोगों द्वारा पथराव के कई मामसे आ चुके है, जिनमें सेना के जवानों को गंभीर चोटें भी आई है।