रांची: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने कहा है कि गोड्डा जिले में अडानी पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पर अविलंब रोक लगायी जानी चाहिए। साथ ही राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से इस पूरी प्रक्रिया में हुई बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की न्यायिक जांच होनी चाहिए। वह शनिवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषि योग्य बहुफसली सिंचित भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है, जिससे सैकड़ों गांवों के हजारों रैयत प्रभावित हो रहे हैं। प्लांट स्थापित करने के दुष्परिणामों की भी सरकार ने अनदेखी की है। यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है। यहां पानी के भंडारण की भी कोई व्यवस्था नहीं है। यदि पावर प्लांट की स्थापना होती है, तो सैकड़ों गांवों के लाखों लोग प्रभावित होंगे और यहां से लोगों का पलायन बढ़ेगा।
डॉ कुमार ने कहा कि अडानी ग्रुप ने 5000 एकड़ भूमि अधिग्रहण के लिए आवेदन दिया है। इसके बाद जिला प्रशासन ने जमीन का पूर्व निर्धारित मूल्य 42.65 लाख रुपये प्रति एकड़ रातों-रात कम कर 3.25 लाख प्रति एकड़ कर दिया। यही कारण है कि मुआवजे की रकम घट गयी। विधानसभा में विपक्ष की ओर से मामला उठाने पर समिति का गठन भी किया गया, पर पुनर्मूल्यांकन के बाद समिति की ओर से भी यह 6.25 लाख रुपये प्रति एकड़ से 12.25 लाख रुपये तक ही किया गया।