रांची: झारखंड हाइकोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन बगैर हेलमेट एवं बिना कागजात के वाहन चलानेवालों के खिलाफ सख्त रवैया अपना रहा है। गुरुवार को राजभवन के गेट नंबर चार के सामने सुबह छह बजे से रांची एसडीओ भोर सिंह यादव के नेतृत्व में वाहनों का चेकिंग अभियान करीब दो घंटे तक चला। इस दौरान 100 से ज्यादा दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के पकड़े गये, जिन्हें जुर्माना देने के बाद छोड़ा गया।
एसडीओ को आक्रोश का करना पड़ा सामना
इस दौरान एसडीओ को लोगों के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा। कुछ लोगों ने उनके साथ नोंकझोंक भी की। कई लोग यह कह कर एसडीओ से उलझ रहे थे कि सुबह टहलने का समय होता है, लोग अपने घर के पास में बच्चों को स्कूल पहुंचाने जाते हैं, ऐसे में सुबह आठ बजे तक हेलमेट की चेकिंग नहीं होनी चाहिए, जबकि कुछ लोगों ने इस अभियान के विराध में सड़क जाम की थी धमकी दी, जिसे एसडीओ ने नजरअंदाज करते हुए अपना अभियान जारी रखा। मौके पर एसडीओ ने कहा कि आखिर लोग समझ क्यों नहीं रहे कि एक्सीडेंट होने पर उन्हें चोट लगेगी और दूसरों को भी नुकसान पहुंचेगा।
वाहन चेकिंग अभियान में एसडीओ ने किसी की नहीं सुनी
सुबह छह बजे के बाद राजभवन के गेट नंबर चार के सामने पुलिस का वाहन चेकिंग अभियान शुरू हुआ। इसका नेतृत्व खुद एसडीओ भोर सिंह यादव कर रहे थे। उस दौरान सड़क के दोनों किनारे पुलिस बल तैनात कर दी गयी थी। जैसे ही बिना हेलमेट के कोई गुजरता पुलिस गाड़ी रुकवा कर उनकी चाभी ले लेती थी, चेकिंग के दौरान दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल को भी बिना हेलमेट के पकड़ा गया। दो नाबालिग बच्चे भी बिना हेलमेट के पकड़े गये। गाड़ी पकड़े जाने के बाद कुछ लोग अपने ओहदे का इस्तेमाल करते हुए बड़े अधिकारियों से मोबाइल पर एसडीओ से बात कराना चाहते थे, लेकिन एसडीओ ने किसी से बातचीत नहीं की। कई लोगों बच्चों के स्कूल में लेट होने का बहाना बनाया। जिस पर एसडीओ ने कहा कि आप गाड़ी यहीं छोड़कर बच्चे को टेम्पो से स्कूल छोड़कर आयें।
बिना हेलमेट के स्कूल छोड़ने बच्चों को छोड़ने जा रही महिला को भी पुलिस ने रोक कर चाभी ले ली। कॉलेज जा रही दो युवतियों की स्कूटी को भी रोका गया। एक महिला अपने स्कूटी की डिक्की में हेलमेट रखा था, उसे भी पुलिस ने पकड़ा।
लोगों को लाइन में लगा कर काटा गया जुर्माना
ट्रेफिक पुलिसकमियों ने बिना हेलमेट के पकड़े गये लोगों को लाइन में लगवाया। इसके बाद बिना हेलमेट वालों से 100 रुपये जुर्माना लिया गया। बिना लाइसेंस वालों से एक हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। जुर्माना की रसीद कटने के बाद लोगों को उनकी गाड़ी की चाभी दे दी जा रही थी। अपनी एक बच्ची को स्कूल छोडने जाते हुए अभिभावक की गाड़ी पकड़ी गयी, तो उन्होंने झूठ बोल कर चाभी लेने का प्रयास किया कि जुर्माना उन्होंने कटा लिया है। जब एसडीओ ने जांच की, तो पता चला कि जुर्माना नहीं काटा गया है, जिनके पास वाहन के कोई कागजात नहीं थे, उनके वाहन जब्त करने का आदेश था।