“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को झारखंड में गंगा पुल का शिलान्यास किया, मल्टी मॉडल बंदरगाह की आधारशिला के साथ ही साहिबगंज-गोविंदपुर मनिहारी सड़क का शुभारंभ भी किया। गंगा नदी पर बनाया जाने वाला यह पुल राज्य के साहेबगंज से बिहार के मनिहारी को जोड़ेगा जो 21.9 किलोमीटर लंबा होगा। ”
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट पर 2200 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जिससे दो राज्यों को फायदा होगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा, आजादी के बाद पहली बार इस इलाके की तरक्की के लिए विकास की योजनाएं शुरू हो रही हैं।
मोदी ने कहा कि गरीब से गरीब, आदिवासी और पिछड़ों के जीवन में अगर बदलाव लाना है तो उसका एकमात्र उपाय विकास है और विकास से ही बदलाव संभव होगा।
उन्होंने कहा कि इन प्रोजेक्ट्स के सफल होने से झारखंड विश्व बाजार से जुड़ जाएगा। झारखंड में विकास का नया द्वार खुल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब का पैसा उस तक पहुंचेगा और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और इस लड़ाई में मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं। गरीबों को लूटने वालों को नहीं छोड़ेंगे।
झारखंड पहुंचने पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। इसके बाद मंत्री लुईस मरांडी ने भी संताली में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने पुल और बंदरगाह का शिलान्यास किया। गुमला की पहाड़िया बटालियन की महिला जवान को नियुक्ति पत्र दिया।
गंगा पुल से बिहार व झारखंड दोनों को फायदा होगा तो साहिबगंज में मल्टी मॉडल बंदरगाह वाराणसी को हल्दिया से सीधे जोड़ेगा। इससे साहिबगंज से वाराणसी और साहिबगंज से हल्दिया तक जलमार्ग से व्यापार की राह आसान होगी।
वहीं, तीन वर्ष के भीतर पुल निर्माण कार्य पूरा करा लिए जाने का लक्ष्य है। पुल निर्माण कार्य का शुभारंभ स्थानीय लोगों के तीन दशक के संघर्ष के सुखद परिणाम के रूप में सामने होगा। पुल निर्माण की मांग को लेकर मनिहारी व साहिबगंज के लोग लगातार संघर्षरत रहे हैं।
इसी तरह गोविंदपुर-साहिबगंज रोड एनएच-31 ए होते हुए सिलीगुड़ी में एशियन हाइवे से जुड़ जाएगा। एशियन हाइवे भारत के असम और त्रिपुरा होते हुए म्यांमार (वर्मा) और इंडोनेशिया से जुड़ेगा। इससे गोविंदपुर-साहिबगंज सड़क के माध्यम से धनबाद कोयलांचल म्यांमार-थाइलैंड से सीधे जुड़ जाएगा।