लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की सरकार एक के बाद एक बड़े फैसले ले रही है, ताकि प्रदेश की लचर व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके। इस क्रम में योगी सरकार ने एक और बड़ा फैसले लेते हुए मायावती के शासनकाल में हुए चीनी घोटाले की जांच के आदेश दिए है, जिसमें पूर्व की अखिलेश सरकार भी सवालों के घेरे में है।
आपको बता दें कि यूपी के सीएम बनने के बाद आदित्यनाथ दिन रात काम करने में लगे हैं। गौर हो पिछली रात हुई बैठक में सीएम योगी ने गन्ना किसानों को राहत देने का फैसला किया है। इसके साथ-साथ मौजूदा सरकार में पूर्व की मायावती सरकार में हुए चीनी घोटाले में जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि सीएम ने सभी विभाग के अधिकारियों को प्रजेंटेशन तैयार करने को कहा है, इस क्रम में पिछली रात पीडब्लूडी, आवास और शहरी नियोजन, इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग का लेखा-जोखा पेश किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बैठक में सरकार ने फैसला लिया है कि इस साल गन्ना बेचने वाले किसानों को 23 अप्रैल तक हर हाल में भुगतान मिलना ही चाहिए। सरकार के अनुसार ऐसा नही करने वाले मिल मालिकों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
आपको बता दें कि किसानों को राहत देने के साथ-साथ सीएम ने मायावती सरकार के दौरान 21 चीनी मिलों को बेचने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि यह घोटाला करीब 11 हजार करोड़ रुपये का है। बता दें कि सीएम ने साफ संकेत दिया है कि यदी जरुरत पड़ी तो सीबीआई जांच की भी सिफारिश की जा सकती है।