नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर चार्जशीट दाखिल किये जाने के बाद कर रहे हंगामा
रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इडी द्वारा कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर चार्जशीट दाखिल किये जाने के बाद बड़ा निशाना साधा। श्री मरांडी आज प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
श्री मरांडी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चोरी भी करती है फिर धरना प्रदर्शन के रूप में लूट को छिपाने केलिए सीनाजोरी भी करती है। उन्होंने इडी की कार्रवाई को स्वतंत्र जांच एजेंसी की उचित कार्रवाई बताया। कहा कि लोकतंत्र में धरना-प्रदर्शन का अधिकार है। कांग्रेस पार्टी देश भर में धरना-प्रदर्शन कर रही है, लेकिन उन्हें जमीन और फंड लूटने का अधिकार नहीं है।
कहा कि 1937 में नेशनल हेराल्ड को शुरू किया गया था, शुरूआत में इसके 5 हजार शेयर होल्डर्स थे, यानी नेशलन हेराल्ड कभी नेहरू खानदान की जागीर नहीं रहा। इसमें उस समय के बड़े-बड़े क्रांतिकारियों का भी सहयोग था।
कहा कि नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन 2008 में बंद हो गया, क्योंकि वह आर्थिक रूप से विफल रहा। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ रुपये की राशि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को दी, जो इस अखबार को प्रकाशित करती थी।
कहा कि कांग्रेस एक राजनीतिक पार्टी है जिसे कई प्रकार की छूट मिलती है लेकिन राजनीतिक पार्टी किसी निजी संस्था को पार्टी का फंड नहीं दे सकती, यह पूरी तरह से गैर कानूनी है। कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड की पूरी संपत्ति को गांधी परिवार के हाथों में लाने के लिए एक कॉरपोरेट षड्यंत्र रचा। यंग इंडिया नाम की एक कंपनी बनायी गयी जिसमें 38% हिस्सा सोनिया गांधी का और 38% राहुल गांधी का रखा गया। 9 करोड़ के इक्विटी शेयर इस कंपनी को ट्रांसफर किये गये।
कहा कि 9 करोड़ के इक्विटी शेयर के ट्रांसफर के बाद यंग इंडिया कंपनी के हाथ में नेशलन हेराल्ड की पूरी संपत्ति आ गयी, जिसमें दिल्ली में बहादुर शाह जफर पर एक संपत्ति, लखनऊ, मुंबई, भोपाल और पटना की हजारों-करोड़ की संपत्ति शामिल है।
कहा कि कांग्रेस कहती है कि यंग इंडिया फाउंडेशन चैरिटी के लिए बनाया गया था लेकिन आज तक उस से क्या चैरिटी हुई इसकी कोई जानकारी उपलध नहीं है।
कहा कि इडी ने कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष मोती लाल वोहरा से पूछताछ की थी, उसके बाद पवन वंसल से पूछताछ हुई, उसके बाद सोनिया और राहुल गांधी से पूछताछ की गयी। पूरे मामले में जो 90 करोड़ रुपये लोन का बकाया था उसकी जगह 50 लाख देकर पूरा लोन राइट आॅफ करा लिया गया। यानी 50 लाख में हजरों करोड़ों की संपत्ति को अपने नाम करा लिया।
कहा कि कांग्रेस परिवार के एक और सदस्य हरियाणा में 3 करोड़ की जमीन खरीद कर उसे 58 करोड़ में बेच देते हैं। देश को यह देखना चाहिए कि यह गांधी मॉडल आॅफ डेवलपमेंट है।
कहा कि जब इडी ने मामले को टेक अप किया, सब कुछ समझा और अपनी रिपोर्ट सेक्शन 8 में कोर्ट में दायर की। क्रिमिनल लॉ में जब कंप्लेन होती है तो उसके बाद जांच होती है लेकिन इस मामले में जांच के बाद ही कंप्लेन करते हैं। कोर्ट ने कहा है कि अब 21 तारीख को सुनवाई होगी, बस इसी को लेकर हाय तौबा हो रही है।
कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी बेल पर हैं। उन्होंने पूरी कार्रवाई को खारिज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिला। सिर्फ यही राहत मिली कि आप खुद कोर्ट में अपीयर न होकर अपने वकील के माध्यम से अपीयर हो सकते हैं। यही पिछले चार सालों से चल रहा है, जिसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये, जहां कानून अपना काम कर रहा है, वहां कांग्रेस धरना-प्रदर्शन करना चाहती है? इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस हल्ला हंगामा करके जनता को दिग्भ्रमित करना चाहती है। जबकि कानून अपना काम कर रहा है।
कहा कि क्या हजारों करोड़ की संपत्ति पर कांग्रेस ने गैरकानूनी तरीकों से षड्यंत्र रचकर कब्जा कर लिया तो क्या इस पर चुप रहना चाहिए?
कहा कि इस देश में आज इतने अखबार और न्यूज चैनल हैं। फिर भी वह अखबार, जिसे कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकारों का पूरा संरक्षण और आशीर्वाद प्राप्त था, वह क्यों नहीं चल पाया? क्योंकि वह अखबार चलाने के लिए नहीं था, वह अखबार था विज्ञापन बटोरने और सरकार से संपत्ति हथियाने का एक उपकरण।
प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक और प्रदेश प्रवक्ता अजय साह भी उपस्थित थे।