अयोध्या: उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद पहली बार सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्य के दौरे पर पहुंचे, यहां उन्होंने रामलला के दर्शन किए और फिर सरयू घाट पहुंच कर पूजा-अर्चना की। यहां अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने ‘गऊ माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ के नारे से साथ की, लेकिन उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर कुछ भी ऐसा नहीं कहा जो हिंदू समाज उनसे सुनना चाहती है।
दरअसल योगी आदित्यनाथ की छवि एक कट्टरवादी हिन्दू और धार्मिक नेता के तौर पर रही है। वह आस्था के साथ पिछले लंबे समय से जुड़े रहे हैं। सीएम बनने से पहले योगी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण कराने की बात की थी, यही कारण है कि सीएम बनने के बाद जब वह अयोध्या पहुंचे तो लोगों के मन में ऐसी आस थी कि सीएम आज कुछ राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान देंगे।
हालांकि सीएम ने यहा बस स्टैंड, गौशाला, धर्माशाला, के साथ-साथ अन्य कई विकास कार्यों का जिक्र किया लेकिन उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई तारीख का ऐलान नहीं किया, इससे हिंदू समाज के लोगों में थोड़ी निराशा है, लेकिन इस बाद भी हिंदूओं की आस्था अभी डगमाई नहीं है।