लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के विकलांग कोच में रेप के मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। जिला अस्पताल में भी हंगामा किया गया। बिजनौर के डीएम और एसपी जिला अस्पताल पहुंचे। भारी हंगामे के बीच भीड़ को समझाया। पीड़ित महिला को होश आ गया है। सूत्रों के मुताबिक युवती ने डीएम और एसपी के सामने रेप की बात से इनकार किया है। जिला प्रशासन मजिस्ट्रेट के सामने बयान कराने की गुपचुप तैयारी में जुटा है।
गौरतलब है कि लखनऊ -चंडीगढ़ एक्सप्रेस में जीआरपी एस्कोर्ट में ड्यूटी दे रहे सिपाही कमल शुक्ला ने मंगलवार को विकलांग कोच में यात्रा कर रही युवती से रेप कर डाला। बिजनौर में ट्रेन पहुंचने पर यात्रियों ने हंगामा कर कोच का डिब्बा खुलवाया तब घटना की जानकारी हुई। इसके बाद भीड़ ने आरोपी सिपाही को पकड़ कर धुनाई शुरू कर दी। सिपाही ने किसी तरह जीआरपी थाने में घुसकर खुद को बचाया। सिपाही की दरिंदगी की शिकार युवती की हालत बिगड़ गई है। बेहोशी की हालत में उसे इलाज और मेडिकल परीक्षण के लिए बिजनौर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लखनऊ से चंडीगढ़ जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के चांदपुर से विकलांग कोच में एक युवती सफर के लिए सवार हुई। इस कोच में एक पुरुष यात्री पहले से ही सवार था। इसी दौरान कोच में मुरादाबाद जीआरपी एस्कोर्ट में चल रहा सिपाही कमल शुक्ला भी कोच में पहुंच गया। आरोप है कि उसने विकलांग कोच में सवार पुरुष यात्री को हल्दौर स्टेशन पर राइफल की बट मारकर और धमकाकर कोच से उतार दिया। इसके बाद अकेली युवती के साथ सिपाही ने रेप किया।
सुबह पौने दस बजे जब बिजनौर ट्रेन पहुंची तो विकलांग कोच को खुलवाने को लेकर यात्रियों की सिपाही से बहस हुई। यात्रियों के हंगामा करने पर ट्रेन के गार्ड एसके केन भी पहुंच गए। उन्होंने भी सिपाही से कोच खुलवाने को कहा लेकिन वह उनसे भी उलझ गया। हंगामा बढ़ने पर सिपाही ने कोच खोला। इसके बाद लोगों को युवती से रेप की घटना का पता चला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कोच जब खुलवाया गया उस समय सिपाही अद्र्धनग्न था और उसकी राइफल दूसरी सीट पर पड़ी थी। युवती से रेप की जानकारी होने पर लोगों का गुस्सा भड़क गया और सिपाही को पकड़ कर पीटना शुरू कर दिया। आरोपी सिपाही ने किसी तरह जीआरपी थाने में घुस कर खुद को बचाया।
आरोपी सिपाही ने कहा कि युवती बीमार थी और चांदपुर स्टेशन पर उसने सीट दिलवाने का अनुरोध किया था। मानवता के नाते विकलांग डिब्बे में सीट दिलवाई थी। एसपी जीआरपी केके चौधरी ने बताया कि पूछताछ में प्रारंभिक रूप से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार आरोपी सिपाही कमल शुक्ला जीआरपी मुरादाबाद में तैनात है। इसके साथ मुरादाबाद जीआरपी में तैनात सिपाही ओमबहादुर की ड्यूटी थी। दोनों को मुरादाबाद से जगाधरी तक ड्यूटी पर जाना था। आरोपी सिपाही ने ही मेरठ के लिसाढ़ी गेट थाना क्षेत्र के श्याम नगर निवासी युवती को चांदपुर से विकलांग कोच में बैठाया था। दूसरा सिपाही ओम बहादुर एसी कोच में सफर कर रहा था। युवती के होश में आने और मेडिकल परीक्षण के बाद ही सच का पता चलेगा। सिपाही को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
गार्ड ने बताया कि आरोपी सिपाही ने विकलांग कोच पर जबरन कब्जा जमाया था। विकलांग कोच में बैठे अन्य लोगों को वर्दी का रौब दिखाकर पहले के स्टेशनों पर उतार दिया था।