वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब से सत्ता में आये हैं तभी से वह बड़े से बड़े फैसले झटकों में ले रहे हैं। साथ ही पिछली सरकार द्वारा लिए गये फैसलों को भी एक एक कर रद्द कर रहे हैं। ऐसे ही ट्रंप ने ओबामा काल के एक बड़े फैसले को रद्द कर दिया। जिसका असर दो देशों के संबंधों को सुधारने के लिए लिया गया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओबामा काल के क्यूबा नीति को ख़त्म कर दिया है। साथ ही क्यूबा पर नये तरीके के प्रतिबन्ध लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार द्वारा क्यूबा को लेकर लिया गया फैसला भयानक ही नहीं बल्कि अमेरिकी नागिरिकों के लिए खतरनाक था। डोनाल्ड ट्रंप ने मियामी में एक रैली के दौरान यह बातें कहीं। उन्होंने रैली से ही फैसले को ख़त्म करने का आह्वान किया था, जिसके बाद व्हाईट हाउस की ओर से भी फैसले को लागू करने संबंधी दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया।
निदेश में कहा गया है कि पिछली सरकार द्वारा क्यूबा के साथ प्रतिबंधों में छूट का फैसला रद्द किया जाता है। साथ ही क्यूबा के नागरिकों पर भी अमेरिका आने पर प्रतिबन्ध पुनः लगाया जा रहा है। नये प्रतिबंधों के चलते अमेरिका के लोग और कंपनियां क्यूबा के साथ कारोबार नहीं कर पाएंगी। नए नियमों के मुताबिक, अमेरिकी नागरिक क्यूबा की यात्रा नहीं कर सकेंगे। अमेरिकी नागरिक सिर्फ शैक्षणिक दौरे पर ही क्यूबा जा सकेंगे। इसके साथ ही कई अन्य तरह के भी प्रतिबन्ध लगाये गये हैं।
बतादें कि ओबामा ने क्यूबा को राहत देते हुए उस लगाए गये प्रतिबंधों में छूट दी थी। साथ ही उन्होंने क्यूबा का दौरा भी किया था यह इतिहास में 59 साल बाद किसी अमेरिकी राष्ट्रपति का क्यूबा का दौरा था। वहीँ ट्रंप ने क्यूबा को लेकर कहा कि वह साम्यवादी ताकतों के दमन को लेकर चुप नहीं बैठने वाले हैं। वहीँ ज्ञात हो कि डोनाल्ड सरकार छह मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर प्रतिबन्ध के चलते पहले से ही सवालों में घिरी है। पूरे मामले में अब सरकार और न्याय पालिका आमने सामने आ चुके हैं। ऐसे में क्यूबा पर दोबारा प्रतिबन्ध लगाने का विवाद भी दोबारा पनप सकता है।