अंकारा: तुर्की की ग्रैंड नेशनल एसेंबली ने बुधवार को कतर में तुर्की सैन्य अड्डे पर सेना की तैनाती के लिए ड्राफ्ट बिल को मंजूरी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इस बिल में दो प्रकार के कानून शामिल किए गए हैं, जिसके तहत तुर्की सैनिकों की कतर में तैनाती और सैन्य अधिकारी प्रशिक्षण सहयोग पर दोनों देशों के बीच समझौते को मंजूरी देना है।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन द्वारा कतर पर कई अरब देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को अस्वीकार करने के बाद यह संसदीय मंजूरी मिली है।
एर्दोगन ने कहा, मुझे उम्मीद है कि कतर के खिलाफ सभी प्रतिबंध शीघ्र ही हटा दिए जाएंगे।
इस बिल को 240 वोटों के साथ पारित किया गया, जिसे सत्ताधारी एकेपी पार्टी और राष्ट्रवादी विपक्षी एमएचपी का भारी समर्थन मिला।
मध्य पूर्वी के शक्तिशाली देशों द्वारा राजनयिक और व्यापार अलगाव का सामना कर रहे कतर को तुर्की द्वारा उठाए गए इस नए कदम से समर्थन मिलता दिख रहा है।
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्र, यमन, लीबिया और मालदीव ने सोमवार को आतंकवाद के समर्थन का आरोप लगाते हुए कतर के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों को तोड़ने की घोषणा की थी।