कोहिमा: नागालैंड के मोन जिले में बुधवार को भारत-म्यांमार सीमा के पास उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच भीषण संघर्ष हुआ, जिसमें सेना के एक मेजर शहीद हो गए जबकि चार उग्रवादियों को मार गिराया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि ओटिंग गांव में लापा लेम्पोंग की पहाड़ी पर हुए संघर्ष में सेना की 12वीं पैरा कमांडो के तीन जावन घायल हुए हैं, जिनमें एक की हालत गंभीर है।
खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए पैरा कमांडो और प्रादेशिक सेना की संयुक्त टीम ने उग्रवादी संगठनों, नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग (एनएससीएन-के) और युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (यूएलएफए-आई) के एक समूह को घेर लिया।
उग्रवादी मोन जिले से होकर म्यांमार से नागालैंड में घुसे थे। पुलिस इन फरार उग्रवादियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया रहा है।
नागालैंड पुलिस प्रमुख एल.एल. दुंगेल ने आईएएनएस से कहा कि संघर्ष में प्रादेशिक सेना के मेजर डेविड मनलम की मौत हो गई और तीन पैरा कमांडो घायल हुए हैं।
मेजर दुंगेल ने कहा कि चार आतंकवादी मारे गए हैं, जिनकी फिलहाल पहचान नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, हम अभी भी घटना की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
मेजर डेविड मनलम के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए शिलांग भेजा जाएगा।