राष्ट्रपति पद के लिये संभावित साझा उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिये विपक्ष की अहम बैठक में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के नाम पर मुहर लग गई है। अब एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के खिलाफ कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दलों ने मीरा कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद जब ने मीरा कुमार की उम्मीदवारी का ऐलान किया तो पत्रकारों ने उनसे नीतीश कुमार के फैसले के बारे में पूछा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
यह बैठक कांग्रेस की अगुवाई में शरद पावर के आवास में हुई। इस बैठक में राष्ट्रपति पद के पांच उम्मीदवारों के नाम को लेकर चर्चा हुई। जिसमें पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार समेत सुशील कुमार शिंदे, गोपाल कृष्ण गांधी, प्रकाश अंबेडकर और बालाचंद्रे मुंगेकर के नाम शामिल थे। बैठक में सभी विपक्षी दलों ने मीरा कुमार के नाम पर सहमति जताई।
जदयू के राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के फैसले के बाद कांग्रेस ने विपक्ष को एकजुट रखने का प्रयास तेज कर दिया है और उसके वरिष्ठ नेताओं ने कई विपक्षी दलों के नेताओं से इस बारे में चर्चा भी की। जदयू के राजग उम्मीदवार के समर्थन के अचानक लिये गये फैसले से विपक्ष की एकता में दरार साफ नजर आई क्योंकि पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार ही वह शख्स थे जिन्होंने इस मुद्दे पर विपक्ष की साझा रणनीति की पहल की थी।
सूत्रों का कहना है कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिये मुकाबला अब लगभग तय है क्योंकि अधिकतर विपक्षी दल इसे विचारधारा की लड़ाई मानते हैं जिसे लड़ा जाना चाहिए। एक वरिष्ठ वाम नेता ने कहा, इससे फर्क नहीं पड़ता की नतीजा क्या होगा, हम चुनाव लड़ेंगे। इस बात के लिए कोशिश की जा रही है कि एनसीपी भटके नहीं क्योंकि शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी ने 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव पर रणनीति बनाने के लिये आंतरिक बैठक भी की है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल ने एनसीपी सुप्रीमो से उनके आवास पर मुलाकात की और माना जा रहा है कि इस दौरान चुनाव को लेकर विपक्ष की रणनीति पर उनसे चर्चा की। सूत्रों ने कहा कि माकपा नेता सीताराम येचुरी भी इस अनौपचारिक चर्चा का हिस्सा थे।
राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की जीत अब पक्की मानी जा रही है। मंगलवार को शिवसेना के समर्थन के बाद बुधवार को जेडीयू ने भी कोविंद को अपना समर्थन दे दिया है। जेडीयू की घोषणा के बाद बीजेपी की राह और आसान हो गई है। वहीं आरजेडी आगामी राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार पर फैसला आज लेगा। नीतीश कुमार के घर पर हुई पार्टी बैठक में एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने का फैसला लिया।
जेडीयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की घोषणा की है। त्यागी ने कहा कि राज्यपाल के रूप में रामनाथ कोविंद का कार्याकाल बेहतरीन रहा। उन्होंने शांति के साथ कामकाज किया और उनके कार्याकाल के दौरान कोई विवाद नहीं होने दिया।