बंगलुरु: कर्नाटक के विजयपुरा में कथित तौर पर हॉरर किलिंग का दिल दहला देने वाला मामला उजागर हुआ है। यहां एक परिवार ने दूसरे धर्म के दलित व्यक्ति से शादी करने के आरोप में 21 साल की गर्भवती बेटी को जिंदा जलाकर फूंक दिया।
घटना बीते शनिवार यानी 4 जून की है। मामला जिले के मुद्देबिहाल तालुका में गुंडाकानाला गांव का है। मृतक महिला की पहचान बानू बेगम के रूप में की गई है।
सूत्रों के अनुसार बानू वाल्मिकी जाति के सायाबन्ना शारानप्पा कन्नूर के साथ घर छोड़कर चली गई। वहां से वह गोवा चली गईं थी जहां दोनों ने शादी रचा ली थी। वहीं, सायाबन्ना शारानप्पा कन्नूर को भी बुरी तरह से पीटा गया है। वह इस वक्त हॉस्पिटल में जिंदगी से जंग लड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार एक ही गांव के रहने वाले बानू और कन्नूर में प्यार हो गया था। लेकिन बानू का परिवार हमेशा से इस रिश्ते के खिलाफ था। बानू परिवार ने कन्नूर के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत थाने में केस भी दर्ज कराया था।
केस दर्ज होने के दो दिन बानू और कन्नूर गांव छोड़कर गोवा भाग गए और कोर्ट मैरिज करने के करीब चार दिन वापस गांव लौट आए।
कन्नूर के वापस लौटने पर पुलिस ने मामले में छानबीन की जिसके बाद उसके सिर से पोक्सो एक्ट हटा लिया गया। इसकी जानकारी होने पर बानू का परिवार बहुत नाराज हुआ। बौखलाए परिवारीजनों ने बेटी को पहले बुरी तरह मारा पीटा और उसे जिंदा जला दिया।
पुलिस ने बानू की मां, बहन, भाई और जीजा को घटना में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक अन्य दो आरोपित बानू की बड़ी बहन और भाई पुलिस की पकड़ से दूर हैं।