Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Tuesday, June 24
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»कोविड-19: वायरस के नए वैरिएंट को लेकर क्यों चिंतित हैं दुनियाभर के वैज्ञानिक? जानें डेल्टा प्लस से जुड़ी जरूरी बातें
    Breaking News

    कोविड-19: वायरस के नए वैरिएंट को लेकर क्यों चिंतित हैं दुनियाभर के वैज्ञानिक? जानें डेल्टा प्लस से जुड़ी जरूरी बातें

    sonu kumarBy sonu kumarJune 15, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोरोना के सटीक इलाज में सबसे बड़ी समस्या इस वायरस के बदलते स्वरूप को लेकर है। क्षेत्र और समय के अनुसार इस वायरस के वैरिएंट लगातार बदल रहे हैं। हाल ही में डेल्टा प्लस नामक एक नया वैरिएंट पाया गया है, जिसे लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक चिंतित हैं। इस डेल्टा प्लस वैरिएंट को डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा घातक और खतरनाक बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि हाल ही में भारत में इस नए वैरिएंट के खिलाफ उपचार के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल को मान्यता दी गई है। यह दवा इस नए वैरिएंट के खिलाफ कारगर मानी जा रही है।

    डेल्टा प्लस वैरिएंट से जुड़ी सभी जरूरी बातें
    भारत में वैज्ञानिकों ने कहा है कि कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट में काफी परिवर्तन के बाद डेल्टा प्लस वैरिएंट का निर्माण हुआ है। हालांकि, भारत में इससे चिंतित होने का कोई विशेष कारण नहीं है क्योंकि देश में इस वैरिएंट के मामले अभी भी कम हैं। बता दें, डेल्टा वैरिएंट के ही कारण देशभर में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप बढ़ा था। इसी वैरिएंट के फैलने से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 21 जून से देश को खोलने की योजना में सफल नहीं हो सके। डेल्टा वैरिएंट के संक्रमण में तेजी होने के कारण ब्रिटेन में भी इसके नए मामले सामने आ रहे हैं।

    यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट से जुड़ी सभी जरूरी बातें-

    • वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना वायरस का डेल्टा (B.1.617.2.1) वैरिएंट, K417N वैरिएंट में म्यूटेशन के कारण बना है। यह बदलाव Sars-CoV-2 के स्पाइक प्रोटीन में होता है, जो वायरस को मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने और संक्रमित करने में मदद करता है।
    • नए शोध से पता चला है कि K417N के दो समूह हैं। उनमें से एक समूह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है और दूसरा संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा ग्लोबल साइंस इनिशिएटिव (GISAID) पर अपलोड किए गए जीनोम अनुक्रमों में पाया गया है।
    • 7 जून तक कनाडा, जर्मनी, रूस, नेपाल, स्विटजरलैंड, भारत, पोलैंड, पुर्तगाल, जापान और अमेरिका से ‘डेल्टा प्लस’ वैरिएंट के 63 जीनोम की पहचान की गई है। ब्रिटेन में नए वैरिएंट के 36 मामले सामने आए हैं और यह अमेरिका में सभी मामलों का 6 प्रतिशत है। जानकारी के अनुसार इस जीनोम को सबसे पहले इसी साल मार्च के अंत में यूरोप में पाया गया था।
    • इम्यूनोलॉजिस्ट विनीता बल ने सोमवार (14 जून) को कहा कि नए संस्करण के कारण वाणिज्यिक तौर पर एंटीबॉडी कॉकटेल के उपयोग में कुछ समस्याएं आ सकती हैं, लेकिन थेरेपी का प्रतिरोध उच्च विषाणु या बीमारी की गंभीरता का संकेत नहीं है।
    • द्विपीय देश हवाई ने सोमवार को बताया कि पिछले महीने नेवादा की यात्रा करने वाले एक ओहू निवासी में कोविड-19 का डेल्टा वैरिएंट पाया गया।
    • पिछले शुक्रवार तक अपडेट किए गए कोरोना वायरस वैरिएंट्स पर अपनी नवीनतम रिपोर्ट में स्वास्थ्य एजेंसी ने बताया कि डेल्टा प्लस वैरिएंट 7 जून तक भारत के छह जीनोम में मौजूद था।
    • महाराष्ट्र सरकार ने विभिन्न जिलों से जीनोम अनुक्रमण के लिए पर्याप्त संख्या में नमूने भेजे हैं ताकि यह सत्यापित किया जा सके कि Sars-CoV-2 वायरस में कोई नया बदलाव हुआ है या नहीं ? इसकी रिपोर्ट मंगलवार (15 जून) तक आने की उम्मीद है।
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleप्रियंका गांधी ने सीएम योगी को लिखा पत्र, कहा- पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत मामले की हो CBI जांच
    Next Article कोरोना के खिलाफ जीत रहा है देश, 75 दिनों में सबसे कम मरीज
    sonu kumar

      Related Posts

      आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर 25 को मनाया जाएगा काला दिवस

      June 23, 2025

      झारखंड के सभी जिलों में 24 से होगी बारिश

      June 23, 2025

      भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने की संगठनात्मक चर्चा

      June 22, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • इरान पर अमेरिकी हमले का भारत पर नहीं होगा कोई असर
      • पॉपुलर टीवी शो ‘अनुपमा’ के सेट पर लगी भीषण आग
      • सर्राफा बाजार में मामूली गिरावट, सोना और चांदी की घटी कीमत
      • शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर दबाव, सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट
      • ग्लोबल मार्केट से कमजोरी के संकेत, एशिया में भी बिकवाली का दबाव
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version