नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार से गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। प्रधानमंत्री वडोदरा में गुजरात गौरव अभियान के दौरान 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने गुरुवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 17 और 18 जून को गुजरात के दौरे पर रहेंगे। प्रधानमंत्री 18 जून को सुबह करीब 9:15 बजे पावागढ़ पहाड़ी पर श्री कालिका माता के पुनर्विकसित मंदिर के दर्शन और उद्घाटन करेंगे। इसके बाद सुबह करीब साढ़े 11 बजे वह विराट वन का दौरा करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 12:30 बजे वे वडोदरा में गुजरात गौरव अभियान में भाग लेंगे, जहां वे 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
गुजरात गौरव अभियान
वडोदरा में गुजरात गौरव अभियान में सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी भाग लेंगे। प्रधानमंत्री 16,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इनमें डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के 357 किलोमीटर लंबे न्यू पालनपुर-मदार सेक्शन को राष्ट्र को समर्पित करना; 166 किलोमीटर लंबे अहमदाबाद-बोटाद खंड का आमान परिवर्तन; 81 किलोमीटर लंबे पालनपुर-मीठा खंड का विद्युतीकरण सहित अन्य कार्य शामिल हैं।
प्रधानमंत्री सूरत, उधना, सोमनाथ और साबरमती स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ-साथ रेलवे क्षेत्र में अन्य पहलों की आधारशिला भी रखेंगे। इन परियोजनाओं से रसद लागत कम करने और क्षेत्र में उद्योग और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। वे क्षेत्र में कनेक्टिविटी में भी सुधार करेंगे और यात्री सुविधाओं को बढ़ाएंगे।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत, प्रधानमंत्री द्वारा कुल 1.38 लाख घर समर्पित किए जाएंगे, जिसमें शहरी क्षेत्रों में लगभग 1,800 करोड़ रुपये के घर और ग्रामीण क्षेत्रों में 1,530 करोड़ रुपये से अधिक के घर शामिल हैं। साथ ही 310 करोड़ रुपये से अधिक के करीब 3000 घरों का खत मुहूर्त भी किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री खेड़ा, आनंद, वडोदरा, छोटा उदयपुर और पंचमहल में 680 करोड़ रुपये से अधिक के विभिन्न विकास कार्यों को समर्पित और आधारशिला रखेंगे, जिनका उद्देश्य क्षेत्र में जीवन को आसान बनाना है। प्रधानमंत्री गुजरात के दभोई तालुका के कुंडेला गांव में गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखेंगे। वडोदरा शहर से लगभग 20 किमी दूर स्थित, विश्वविद्यालय का निर्माण लगभग 425 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा और यह 2500 से अधिक छात्रों की उच्च शिक्षा की जरूरतों को पूरा करेगा।
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार पर ध्यान देने के साथ, प्रधानमंत्री ‘मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना’ शुरू करेंगे, जिसमें 800 करोड़ रुपये का परिव्यय होगा। योजना के तहत आंगनबाडी केन्द्रों से गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को हर माह 2 किलो चना, 1 किलो अरहर की दाल और 1 किलो खाद्य तेल निःशुल्क दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ‘पोषण सुधा योजना’ के लिए लगभग 120 करोड़ रुपये का वितरण भी करेंगे, जिसे अब राज्य के सभी आदिवासी लाभार्थियों तक पहुंचाया जा रहा है। आदिवासी जिलों की गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को आयरन और कैल्शियम की गोलियां उपलब्ध कराने और पोषण पर शिक्षा देने के प्रयोग की सफलता के बाद यह कदम उठाया जा रहा है।