रांची। खतियानी झारखंडी पार्टी के नेता अमित महतो ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि स्थानीय नीति-नियोजन नीति नहीं बनी तो सरकार का अस्तित्व खत्म हो जायेगा। इस सरकार को जनता मुंह तोड़ जवाब देगी। सत्ता में बैठी सरकार अमित महतो से डरती है, इसलिए जेल भेजने का काम कर रही है।
महतो ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 2709 किलोमीटर मैराथन के माध्यम से राज्य के लोगों को एक साथ जोड़ने का काम किया है। इस दौरान राज्य में घूम कर देखा कि यहां बेरोजगार की फौज खड़ी है। सरकार अपनी प्राथमिकता में व्यस्त है। अपने लिए महंगी गाड़ी, बंगला और अपने फायदे के लिए बेरोक्रेट्स को आगे रखकर राज्य को लूटने का काम किया जा रहा है। आज के समय किसी भी जगह पैसे के बिना काम नहीं होता है। ईडी राज्य में रोज नये खुलासे कर रही हैं। अब तक कई अधिकारी जेल जा चुके हैं। आने वाले समय में और लोग भी सलाखों के पीछे होंगे।
अमित महतो ने कहा कि सोनाहातू थाना में 2006 में कांड संख्या 42 में तत्कालीन सीओ आलोक कुमार ने षड्यंत्र के तहत मुझे जेल भेजने का काम किया। 23 मार्च, 2018 में मुझे दो साल की सजा हुई। इस वजह से मेरी विधायकी चली गयी। सीओ ने एफआईआर में गलत जब्ती सूची प्रस्तुत करके जेल भेज दिया। हाई कोर्ट में अपील किया था तो 2 मई, 2023 को 2 साल की सजा को घटाकर एक साल कर दिया गया।
तीन अगस्त 2022 को स्थानीय नीति-नियोजन नीति को लेकर विधानसभा का घेराव किया। लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत आंदोलन किया लेकिन सरकार ने गलत मानसिकता के तहत मेरे ऊपर केस किया। सिविल कोर्ट और हाई कोर्ट दोनों में बेल के लिए अपील की लेकिन बेल अर्जी खारिज कर दिया गया। इसी को लेकर वह रांची कोर्ट में आत्मसमर्पण करेंगे।