हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों ने देर रात पुलिस टीम पर हमला कर दिया। हमले में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गये। इसके बाद से लगातार पुलिस टीम बदमाशों को घेरे हुए है और कई घंटे से चल रही मुठभेड़ में दो बदमाश मार गिराये गये हैं। हालांकि अभी इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सूत्र बताते हैं कि घटनास्थल से करीब चार किमी दूर विकास के करीबी प्रेम प्रकाश पाण्डेय और अतुल दुबे मारे गये हैं।
चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरु गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गयी कई थाना की फोर्स जैसे ही देर रात गांव के पास पहुंची तो बदमाशों ने रास्ते में जेसीबी लगाकर पुलिस का रास्ता रोक दिया। इस पर पुलिस टीम पैदल आगे बढ़ी और हिस्ट्रीशीटर के घर को घेर लिया। इस पर घर में घुसे बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी जिसमें सीओ देवेन्द्र मिश्रा, थानाध्यक्ष महेश यादव सहित आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गये। जनपद में पहली बार इतनी बड़ी हुई घटना को लेकर आईजी मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस और एसटीएफ की टीम ने गांव सहित आस-पास के इलाके को घेर लिया और अभियान तेज कर दिया। बताया जा रहा है कि घटनास्थल से करीब चार किमी दूर जंगल में पुलिस की दोबारा मुठभेड़ हो गयी जिसमें पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाश मारे गये। सूत्र बताते हैं कि मरने वालों में विकास दुबे का मामा प्रेम प्रकाश पाण्डेय और एक रिश्तेदार अतुल दुबे है। यह भी बताया जा रहा है कि सीओ देवेन्द्र मिश्रा को पकड़कर प्रेम प्रकाश पाण्डेय के घर पर ही मारा गया है। जानकारी के अनुसार सीओ देवेन्द्र मिश्रा के पैर में गोली लग गयी थी और जान बचाकर वह भाग रहे थे तभी प्रेम प्रकाश पाण्डेय और उनके साथियों ने पकड़ लिया और घर के अंदर खीच ले गये और सिर पर गोली मारकर हत्या कर दी।