Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 15
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»एयर चीफ बोले- एलएसी पर भारतीय वायु सेना की सक्रियता देखकर चीन घबराया
    Breaking News

    एयर चीफ बोले- एलएसी पर भारतीय वायु सेना की सक्रियता देखकर चीन घबराया

    azad sipahiBy azad sipahiJuly 17, 2022No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
    • – ‘टू फ्रंट वार’ के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों पर वायु सेना की क्षमता को और मजबूत करने पर दिया जोर
    • – आने वाले समय में लड़ाकू विमानों से वायु सेना होगी मजबूत, विमानन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा

    नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच 16वें दौर की चल रही सैन्य वार्ता के बीच वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा है कि एलएसी पर वायु सेना की सक्रियता देखकर चीन घबरा गया है। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लगातार वायु गतिविधि पर नजर रखी जाती है। जब भी हमें लगता है कि चीनी विमान एलएसी के बहुत करीब आ रहे हैं, तो हम अपने लड़ाकू विमानों और अपने सिस्टम को हाई अलर्ट पर रखकर उचित उपाय करते हैं।

    पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय चौकियों के बहुत करीब चीनी विमान आने की घटना जून के अंतिम सप्ताह में हुई थी जिसका खुलासा पिछले हफ्ते हुआ था। चीन का यह एयरक्राफ्ट पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय चौकियों के बहुत करीब आ गया था, लेकिन किसी भी संभावित दुस्साहस से निपटने के लिए वायु सेना तुरंत सक्रिय हो गई, जिसके बाद चीनी विमान अपनी सीमा में लौट गया। पूर्वी लद्दाख सेक्टर में डेढ़ साल से चल रहे गतिरोध के दौरान चीनी वायु सेना के हवाई क्षेत्र के उल्लंघन की यह पहली घटना थी, जिस पर भारत ने चीन के साथ कड़ी आपत्ति जताई थी।

    चौधरी ने हालांकि कहा कि वह कोई विशेष कारण नहीं बता सकते कि चीनी ऐसा क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन सीमा पर हमेशा कई मोर्चों का खतरा बना रहता है। एक समय में दो मोर्चों को संभालने के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों पर भारतीय वायुसेना की क्षमता को और मजबूत करना होगा। हमें और अधिक राडार, सतह से हवा में मार करने वाले निर्देशित हथियार (एसएजीडब्ल्यू) सिस्टम की आवश्यकता होगी, जो स्वदेशी स्रोतों से आएंगे। इसी तरह उन्होंने वायु सेना को अपने लड़ाकू विमानों की स्क्वाड्रन बढ़ाने पर भी जोर दिया।

    उन्होंने कहा कि इसी तरह विमान के मोर्चे पर आने वाले समय में हम और मजबूत होंगे, जब पांचवीं पीढ़ी के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए), लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) मार्क-Iए और मार्क-II वायु सेना के बेड़े में शामिल होंगे। इसके अलावा 114 मल्टी रोल फाइटर एयर क्राफ्ट (एमआरएफए) के मामले में भी अच्छी प्रगति हो रही है। इन लड़ाकू विमानों से न केवल भारतीय वायु सेना मजबूत होगी, बल्कि भारतीय विमानन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि एएमसीए के लिए हमने 7 स्क्वाड्रन बनाने का विचार किया है। एलसीए मार्क-II के लिए नंबर स्क्वाड्रन की संख्या पर पहला प्रोडक्शन मॉडल आने के बाद फैसला लिया जायेगा।

    एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी का यह बयान तब आया है, जब पूर्वी लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लगभग दो साल से चल रहे गतिरोध के बीच दोनों देशों के सैन्य कमांडर चार माह बाद रविवार को फिर आमने-सामने बैठे हैं। उन्होंने अभी दो दिन पहले सेंटर फॉर ज्वाइंट वॉरफेयर स्टडीज़ (सेनजोस) की ओर से आयोजित ‘एयर एंड मिसाइल डिफेंस’ सेमिनार के दौरान कहा था कि एयर डिफेंस और काउंटर एयर ऑपरेशन की सफलता और असफलता एक दूसरे पर निर्भर करती है। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने देश में अलग एयर डिफेंस कमांड बनाने का विरोध करते हुए कहा कि एयर डिफेंस को काउंटर एयर ऑपरेशन (एयर स्ट्राइक) से अलग करना देश के लिए घातक साबित हो सकता है क्योंकि ये दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleमार्ग्रेट अल्वा होंगी विपक्ष की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार
    Next Article मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से मांगी सिंगापुर जाने की अनुमति
    azad sipahi

      Related Posts

      प्रधानमंत्री कनाडा में जी7 सम्मेलन में लेंगे भाग, साइप्रस और क्रोएशिया भी जाएंगे

      June 14, 2025

      सड़क हादसे में दो की मौत

      June 14, 2025

      स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी का जनता दरबार 17 को

      June 14, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री कनाडा में जी7 सम्मेलन में लेंगे भाग, साइप्रस और क्रोएशिया भी जाएंगे
      • सड़क हादसे में दो की मौत
      • स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी का जनता दरबार 17 को
      • पटमदा में आवारा कुत्तों का आतंक जारी, अब तक 20 से अधिक लोग घायल
      • पुलिस ने 50 लाख का गांजा किया बरामद, एक गिरफ्तार
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version