आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड में पिछले कुछ दिनों से बालू की किल्लत जारी है। सरकारी प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ रीयल एस्टेट सेक्टर का भी कामकाज प्रभावित हो रहा है। इस किल्लत की वजह से अब राज्य के व्यवसायी पश्चिम बंगाल से बालू की आपूर्ति कर रहे हैं। रीयल एस्टेट सेक्टर और बालू स्टॉकिस्ट से बात करने से जानकारी मिली कि राजधानी रांची के बगल में पश्चिम बंगाल है। ऐसे में नजदीक होने के कारण सस्ती और जल्दी बालू मिल जा रहा है, जिसकी कीमत भी पहले से कम है। कुछ व्यवसायियों ने बताया कि बालू की किल्लत के दौरान राज्य में प्रति हाइवा 75 से 80 हजार रुपये बालू मिलता था। जो अब 35 हजार प्रति हाइवा मिल रहा है। हालांकि सामान्य स्थिति होने पर बालू प्रति हाइवा 15 हजार रुपये में मिलता था। ऐसे में कीमतों में काफी कमी आयी है।
चैंबर ने की थी मांग: अन्य राज्यों से बालू आपूर्ति के लिए चैंबर और बालू एसोसिएशन ने पहल की थी। चैंबर ने राज्य सरकार को पत्राचार के माध्यम से मांग की थी कि अन्य राज्यों से बालू लाने पर प्रशासन व्यवसायियों की मदद करे। ऐसे में खान विभाग की ओर से मामले में छूट दी गयी, जिसके बाद राज्य में बंगाल से आपूर्ति शुरू हुई।
नहीं हो रही समस्या: बालू एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजेश रंजन ने बताया कि कुछ समय पहले बालू की भयंकर किल्लत राज्य में थी। बंगाल से बालू मंगाने पर स्थिति सामान्य हुई है। फिलहाल कहीं से प्रोजेक्ट्स रूकने की बात सामने नहीं आयी है। वहीं, किल्लत के समय बालू की कीमत 80 हजार रुपये प्रति हाइवा तक पहुंच गयी थी, जो अब 35 हजार प्रति हाइवा है। वहीं, प्रशासन की ओर से फिलहाल कहीं कोई रोक भी नहीं लगायी जा रही है।
निर्माण सेक्टर में पड़ा था असर: बालू की कमी के कारण निर्माण सेक्टर में काफी असर पड़ा था। प्रोजेक्ट्स के साथ ही सीमेंट, छड़, सेनेटरी समेत अन्य निर्माण वस्तुओं के बाजार में काफी मंदी थी। ऐसे में बालू की आपूर्ति होने से फिलहाल स्थिति सामान्य है।