Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, July 18
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»बांग्लादेश के गोपालगंज में हिंसा में मारे गए लोगों का बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार!
    दुनिया

    बांग्लादेश के गोपालगंज में हिंसा में मारे गए लोगों का बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार!

    shivam kumarBy shivam kumarJuly 18, 2025No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और गोपालगंज में बुधवार को हुई हिंसा में मारे गए लोगों का बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार कर दिया गया। सरकार ने दावा किया है कि लोग अस्पताल से चारों लोगों के शव जबरदस्ती ले गए।

    ढाका ट्रिब्यून की खबर में परिजनों के हवाले से कहा गया है कि हिंसा के शिकार उनके सदस्यों का पोस्टमार्टम नहीं किया गया। इसलिए उन्होंने उनका अंतिम संस्कार कर दिया। खबर में कहा गया है कि इन लोगों की मौत पर गुरुवार रात तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। इस हिंसा की वजह अवामी लीग और उसके प्रतिबंधित छात्र लीग के नेताओं और समर्थकों की नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) की रैली पर हुए कथित हमले को ठहराने की कोशिश की गई है।

    ढाका ट्रिब्यून ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा कि हमलावरों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं। इसमें कथित तौर पर चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतकों की पहचान रमजान काजी, सोहेल राणा, दीप्तो साहा और इमोन तालुकदार के रूप में हुई। पीड़ित परिवारों ने दावा किया कि पुलिस ने उन सभी की गोली मारकर हत्या कर दी। चारों पीड़ितों में से किसी का भी पोस्टमार्टम नहीं किया। इमोन को गुरुवार सुबह लगभग सात बजे गेतपारा स्थित नगरपालिका कब्रिस्तान में दफनाया गया। सोहेल को भी लगभग उसी समय तुंगीपारा स्थित उनके पारिवारिक कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। रमजान काजी को बुधवार रात नमाज के बाद गेतपारा में दफना दिया गया। दीप्तो का अंतिम संस्कार रात को नगर निगम के श्मशान घाट पर किया गया।

    इस बारे में गोपालगंज सामान्य अस्पताल के अधीक्षक डॉ. जिबितेश बिस्वास का कहना है कि चारों के शव अस्पताल लाए गए थे, लेकिन उनका पोस्टमार्टम नहीं किया गया। परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि अस्पताल ने कोई मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी नहीं किया। ढाका रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक रेजाउल करीम मलिक ने स्वीकार किया कि शव परीक्षण नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 25 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया? तो उन्होंने कोई सीधा जवाब न देते हुए कहा कि अधिकारी इस मामले को कानूनी प्रक्रिया के तहत लाएंगे और घटना पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है।

    इस बीच अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के प्रेस विंग ने मीडिया से एक पुलिस रिपोर्ट साझा की है। इसमें कहा गया है, ” अनियंत्रित भीड़ ने जिला अस्पताल में चारों शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। भीड़ जबरिया सभी शव अपने साथ ले गई।” इस सरकारी दावे की कलीम मुंशी के बयान ने धज्जियां उड़ा दी हैं। हिंसा में मारा गया रमजान उनका भतीजा है। कलीम मुंशी ने कहा कि उन्होंने एक वीडियो में देखा कि उनके भतीजे को गोली मार दी गई। हम लोग उसे अस्पताल ले गए, लेकिन बचा नहीं सके। इसके बाद हम शव को थाने ले गए। वहां थाने का प्रवेश द्वार बंद मिला। वहां से हम शव को पोस्टमार्टम के लिए वापस अस्पताल ले आए। अस्पताल के कर्मचारियों ने हमसे कहा इसे अभी घर ले जाओ। यहां परेशानी हो सकती है। इसलिए हम पोस्टमार्टम नहीं कर सके। जाहिदुल इस्लाम तालुकदार का कहना है कि उन्हें बुधवार दोपहर पता चला कि उनके भतीजे सोहेल की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जब तक मैं पहुंचा उसका शव अस्पताल से घर लाया जा चुका था। शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ था और हमें अस्पताल से कोई मृत्यु प्रमाण पत्र भी नहीं मिला।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleअमेरिका की दिग्गज पॉप गायिका और अभिनेत्री कॉनी फ्रांसिस का 87 वर्ष की आयु में निधन
    Next Article प्रधानमंत्री मोदी आज बिहार और पश्चिम बंगाल के दौरे पर
    shivam kumar

      Related Posts

      अमेरिका की दिग्गज पॉप गायिका और अभिनेत्री कॉनी फ्रांसिस का 87 वर्ष की आयु में निधन

      July 18, 2025

      अमेरिकी सोलर कंपनियों ने भारत, इंडोनेशिया और लाओस से होने वाले आयात पर टैरिफ की मांग की

      July 18, 2025

      बांग्लादेश के गोपालगंज में हिंसा, आगजनी, चार की मौत, हालात बिगड़े, लगाया गया कर्फ्यू

      July 17, 2025
      Add A Comment
      Leave A Reply Cancel Reply

      Recent Posts
      • किसानों को 3 दिन के अंदर मिलेगा केसीसी का लाभ : शिल्पी नेहा तिर्की
      • एयर एंबुलेंस का ढोल पीटने वाली सरकार टेंपो में लादकर मरीज को ले जा रही : बाबूलाल
      • नीतीश कैबिनेट में 125 यूनिट बिजली मुफ्त करने के प्रस्ताव को मिली स्वीकृति
      • ज्ञान के मंथन का केंद्र बन रही शोध कार्यशाला : आशीष चौहान
      • टाटा समूह ने एयर इंडिया विमान दुर्घटना पीड़ितों के लिए बनाया कल्याण ट्रस्ट
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version