Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, May 21
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राजनीति»इतिहास के साथ छेड़छाड़ देश हित में नहीं : शरद
    राजनीति

    इतिहास के साथ छेड़छाड़ देश हित में नहीं : शरद

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीAugust 9, 2017No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली:  जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने बुधवार को कहा कि इतिहास के साथ चल रही छेड़छाड़ देश हित में नहीं है। राज्यसभा में भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित विशेष सत्र में शरद यादव ने कहा, सच्चा इतिहास भविष्य का आधार तय करता है। अगर आप इस आधार की एक ईंट के साथ भी छेड़छाड़ करते हैं, तो इस पर बनी इमारत ढह जाएगी। आजकल हम इतिहास के साथ छेड़छाड़ की अनेक घटनाएं देख रहे हैं।

    उन्होंने कहा, ऐसा माना जाता है कि अगर कोई देश या समुदाय अपने इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश करता है तो वह मुसीबत में घिर जाता है।

    जद (यू) के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि विविधतापूर्ण विचार लोकतंत्र का हिस्सा होते हैं।

    यादव ने कहा, अगर विचारों की विविधता ही नहीं है, तो इसे आप लोकतंत्र कैसे कह सकते हैं? महात्मा गांधी ने कहा था कि लोकतंत्र बातचीत की बिना पर कायम होता है, गोलियों की बिना पर नहीं।

    विपक्षी दलों ने भी भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर देश के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने और इतिहास की किताबें फिर से लिखने का आरोप लगाया।

    इस तरह की हालिया घटना में महाराष्ट्र शिक्षा बोर्ड ने मुगलों पर एक अध्याय को ही हटा दिया।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleकृषि ऋण माफी की नीति नहीं बननी चाहिए : बिमल जालान
    Next Article ट्रंप ने उत्तर कोरिया को दी धमकी, कहा-‘इतनी फायरिंग करेंगे कि दुनिया देखती रह जाएगी’
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    यूपीए सरकार ने 2014 में सरना धर्म कोड को किया था खारिज : प्रतुल शाह देव

    May 20, 2025

    आदिवासी अस्मिता का अपमान करना भाजपा की आदत : कांग्रेस

    May 20, 2025

    72 घंटे में भुगतान का वादा था पर किसानों को नहीं मिली फसल की कीमत : बाबूलाल

    May 20, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • शराब घोटाले में तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे व संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह अरेस्ट
    • आदिवासी विरोधी सरकार की टीएससी बैठक में जाने का कोई औचित्य नहीं : बाबूलाल मरांडी
    • जेपीएससी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती के लिए इंटरव्यू 22 से
    • नये खेल प्रशिक्षकों की बहाली प्रक्रिया जल्द, प्राथमिक सूची तैयार
    • यूपीए सरकार ने 2014 में सरना धर्म कोड को किया था खारिज : प्रतुल शाह देव
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version