Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 23
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»अब ड्रैगन टॉर्च से होगी राज्य के जंगलों की सुरक्षा
    Top Story

    अब ड्रैगन टॉर्च से होगी राज्य के जंगलों की सुरक्षा

    shivam kumarBy shivam kumarSeptember 3, 2024Updated:September 3, 2024No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। वन विभाग ने झारखंड के जंगलों की सुरक्षा के लिए नयी तकनीक का सहारा लेने का फैसला किया है। अब झारखंड के जंगलों में ड्रैगन टॉर्च का इस्तेमाल किया जायेगा। इससे रात के अंधेरे में तस्करों और जंगली जानवरों पर नजर रखी जा सकेगी।

    वन विभाग ने सभी वन प्रमंडलों में 885 ड्रैगन टॉर्च उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। पलामू टाइगर रिजर्व के लिए सबसे अधिक 90 ड्रैगन टॉर्च दी जायेंगी। हजारीबाग के जंगलों की निगाहबानी के लिए 60, रांची, चतरा और जमशेदपुर के लिए 50-50 ड्रैगन टॉर्च दी जायेंगी। इसके अलावा, जंगल क्षेत्र में जानवरों के पानी पीने के लिए 770 चेक डैम का भी निर्माण किया जायेगा। बोकारो, धनबाद, रामगढ़, दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, कोडरमा, चाईबासा, जमशेदपुर, कोल्हान, पोराहाट, सरायकेला, सारंडा, लातेहार, मेदिनीनगर, गुमला, खूंटी, लोहरदगा और रांची में 20-20 चेकडैम बनाये जायेंगे, जबकि गिरिडीह में 40, देवघर में 35, चतरा में 40, हजारीबाग में 40, गढ़वा में 40 और सिमडेगा में 35 चेकडैम का निर्माण किया जाएगा। वहीं, जंगल में मौजूद 618 परंपरागत जलस्त्रोतों का भी जीर्णाद्धार किया जाएगा।

    क्या होता है ड्रैगन टॉर्च
    बता दें कि ड्रैगन टॉर्च एक शक्तिशाली टॉर्च या स्पॉटलाइट होता है। इसकी सहायता से दूर से वस्तुओं को देखने में मदद मिलती है। कम रोशनी वाले इलाकों में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleबेरोजगार युवाओं की मौत का कारण बन रही हेमंत सरकार : हिमंता विस्व सरमा
    Next Article दुमका में 13 वर्षीय दिव्यांग बच्ची के साथ पश्चिम बंगाल के युवक ने किया दुष्कर्म
    shivam kumar

      Related Posts

      झारखंड की धोती-साड़ी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई : बाबूलाल

      May 23, 2025

      मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन से दो मेजर जनरल ने की मुलाकात

      May 23, 2025

      मेगा टिकट चेकिंग अभियान में 1021 यात्रियों से वसूला गया 5.97 लाख

      May 23, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • सवाल कर राहुल ने स्वीकारा तो कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर करवाई की
      • झारखंड की धोती-साड़ी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई : बाबूलाल
      • मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन से दो मेजर जनरल ने की मुलाकात
      • मेगा टिकट चेकिंग अभियान में 1021 यात्रियों से वसूला गया 5.97 लाख
      • न्यूजीलैंड की ऑलराउंडर हेले जेनसेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास, 11 साल के करियर का अंत
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version