हितेश कुमार : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज सरकार पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वाकांक्षी योजना में शामिल शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री को निशाने पर लिया. तेजस्वी यादव ने कहा कि जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी के साथ मुख्यमंत्री तस्वीर खिंचाने का काम करते हैं.
भोजपुर के उदवंतनगर के प्रखंड अध्यक्ष राकेश सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मुख्यमंत्री आवास के ड्राइंग रूम में खिंचवाई गई तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं. उसी तस्वीर का हवाला देते हुए तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना शराबबंदी पूरी तरह से फेल साबित हुई. इस योजना के असफल होने की जिम्मेदारी पूरी तरह से नीतीश कुमार पर है. शराब की होम डिलीवरी की जा रही है और मुख्यमंत्री शराबबंदी का ढीढोरा पीट रहे हैं. मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना को भी असफल बताया और कहा कि महागठबंधन की सरकार में तय किया गया सात निश्चय योजना ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.
इसके साथ ही यह भी कहा कि 2 महीने के बाद सरकार के हर एक मंत्री और हर एक घोटाले का पर्दाफाश किया जाएगा. सरकार के मुखिया नीतीश कुमार को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आगामी 2018 में सरकार की कायाकल्प कायम रहे ऐसा उम्मीद करते हैं. साथ ही उदय नारायण चौधरी और श्याम रजक के सरकार विरोधी बयानों का भी उल्लेख करते हुए सरकार के नए स्वरूप की ओर इशारा किया है. नीतीश कुमार के साथ जो भी लोग शामिल है, उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. मीडिया को भी निशाने पर लेते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि मीडिया का कैमरा लालू परिवार के इर्द गिर्द घूमता है. लेकिन अमित शाह के बेटे जय शाह के 16000 गुना मुनाफे पर मीडिया कोई सवाल नहीं करती है. इस बात की जानकारी सरकार के जांच एजेंसियों को नहीं है. क्यों जय शाह को अब तक ईडी और सीबीआई का नोटिस नहीं दिया गया. इस मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को भी निशाने पर लिया और कहा कि क्या साथ बैठकर काम करने में अच्छा महसूस हो रहा है. लालू परिवार को नैतिकता की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जय शाह और अमित शाह को भी नैतिकता का पाठ पढ़ाएंगे?