लंदन स्थित बीपी पीएलसी भारत में 3500 पेट्रोल पंप स्थापित करने जा रही है। केजी बेसिन प्रोजेक्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज की भागीदार बीपी को अक्तूबर 2016 में इस आशय का लाइसेंस मिला था। लाइसेंस को पाने के एक साल बाद बीपी ने भारत में अपने फ्यूल रिटेल बिजनेस को शुरू करने के लिए अपने भागीदार रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ काम करना शुरू कर दिया है। उम्मीद है कुछ ही महीनों में उसके पेट्रोल पंप काम करना शुरू कर देंगे।
बीपी और रिलायंस इंडस्ट्रीज एक्सप्लोरेशन, प्रोडक्शन और गैस सोर्सिंग के बिजनेस में भागीदार हैं। सूत्रों के मुताबिक बीपी इन 3500 पेट्रोल पंपों के लिए भागीदारी के अलावा अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है। बीपी का अपना फ्यूल रिटेल बिजनेस चलाने का प्लान भी सामने आ सकता है। हालांकि फ्यूल की सोर्सिंग के मुद्दे को देखते हुए वह रिलायंस के साथ को-ब्रांडिंग भी कर सकती है। नामी कारोबारी साइट लाइव मिंट में प्रकाशित खबर के अनुसार रिलायंस के ज्वाइंट चीफ फाइनेंशियल ऑफीसर ने कंपनी की दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद इस बात का संकेत दिया था। उनके मुताबिक कंपनी अगली तिमाही के बीच में या समाप्ति पर इस तरह के संयुक्त उपक्रम की घोषणा कर सकती है। उनके मुताबिक इस समय ब्रांडिंग और ऑनरशिप दोनों विकल्पों पर विचार हो रहा है।
भारत में तकरीबन 57,000 पेट्रोल पंप हैं। इनमें से ज्यादातर सरकारी कंपनियों के द्वारा चलाए जाते हैं जिनमें हिन्दुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम शामिल हैं। इनके अलावा प्राइवेट सेक्टर के ऑपरेटर भी शामिल हैं जिनमें रिलायंस, रॉयल डच शेल और रोजनेफ्ट (पूर्ववर्ती एस्सार ऑयल) शामिल हैं।