हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य इन दिनों अपनी संपत्ति को लेकर विवादों में बने हुए हैं। इसी विवादों के बीच विक्रमादित्य विधानसभा चुनाव भी लड़ने जा रहे हैं। साल 2012 में हलफनामें के दौरान सीएम वीरभद्र ने विक्रमादित्य की संपत्ति 1.1 करोड़ बताई थी जबकि इस बार के 2017 विधानसभा चुनाव में उनके बेटे की संपत्ति 84 करोड़ रूपए दर्ज कराई गई है।
एक प्रमुख समाचार पत्र के अनुसार सीएम वीरभद्र सिहं के सुपुत्र विक्रमादित्य इस बार शिमला ग्रामीण से विधानसभा चुनाव लड़ रहे है। अपने चुनावी हलफनामें के दौरान उन्होंने चल संपत्ति कुल 4.5 करोड़ बताई है जब कि अचल संपत्ति 79.82 करोड़ दर्ज कराई है।
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार केवल पांच साल में विक्रमादित्य की संपत्ति 1.19 करोड़ से बढ़कर 84 करोड़ रूपए कैसे हो गई। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से सियासी हमले शुरू हो चुके हैं।
गौरतलब है कि हिमाचल विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा कुछ वक्त पहले ईडी वीरभद्र सिंह की 5.6 करोड़ रूपए की संपत्ति सील कर चुका है। ईडी ने विक्रमादित्य के नाम से दिल्ली स्थित 4.2 करोड़ रूपए की कीमत वाले फार्म हाउस को भी कुर्क किया है।