Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Thursday, May 15
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»भारत की जासूसी के लिए पाकिस्तान ने तैनात किया अवाक्स
    Breaking News

    भारत की जासूसी के लिए पाकिस्तान ने तैनात किया अवाक्स

    sonu kumarBy sonu kumarOctober 23, 2020No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
     बालाकोट एयर स्ट्राइक में भारत से मात खाने के बाद पाकिस्तान ने हाल ही में स्वीडन की कंपनी साब एयरोस्पेस से चोरी-छिपे नया अवाक्स (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम्स) खरीदा है। इसे भारत की जासूसी के लिए पाकिस्तान के मिन्हास एयरफोर्स बेस पर तैनात किये जाने का खुलासा एक ओपन सोर्स इंटेलिजेंस कंपनी ने सेटेलाइट तस्वीरों से किया है। पाकिस्तान का यह एयरफोर्स बेस भारत के श्रीनगर से 222 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से उड़ान भरने के बाद पाकिस्तानी लड़ाकू विमान मुश्किल से पांच मिनट में भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर सकते हैं। साथ ही कश्मीर और लद्दाख में भारत की ऑपरेशनल उड़ानों पर भी नजर रखी जा सकती है।   
     
    दरअसल भारत ने ​पुलवामा हमले के बाद फरवरी, 2019 में इसी तकनीक का इस्तेमाल करके पाकिस्तान की सीमा में घुसकर बालाकोट एयर स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद और दूसरे आतंकी शिविरों को तबाह किया था। सेना ने सुरक्षा कारणों और गोपनीयता बनाए रखने की वजह से इसका कोड नाम ऑपरेशन बंदर दिया था। उस समय तक पाकिस्तान के पास यह अवाक्स सिस्टम नहीं था, इसलिए भारत के एयर स्ट्राइक के बारे में भनक तक नहीं लग सकी थी। ​​​अवाक्स या एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम एयरक्राफ्ट आधुनिक युद्धशैली का बहुत अहम हिस्सा है। यह सिस्टम दुश्मन और दोस्त के फाइटर प्लेन्स को आसानी से पहचान लेता है। इनकी मदद से दुश्मन की हर हरकत पर नजर रखी जा सकती है।​ ​हवाई नियंत्रण एवं चेतावनी तकनीक खास तौर पर युद्ध क्षेत्र के लिए विकसित की गई रडार पिकेट तकनीक है। इस तकनीक के जरिए लंबी दूरी में भी लड़ाकू विमानों को आदेश (कमांड) दिया जा सकता है। उन्हें टारगेट को तबाह करने के लिए नियंत्रित किया जा सकता है।
     
    इस तकनीक की सबसे बड़ी खासियत है कि इसे ट्रैक करना बहुत मुश्किल होता है। ​​इस हवाई चेतावनी और नियंत्रण तकनीक का इस्तेमाल जमीन पर सर्विलांस यानी की जासूसी के लिए भी होता है। इस तकनीक का इस्तेमाल रक्षात्मक एवं आक्रमक हवाई संचालन दोनों के लिए किया जाता है। इस तकनीक के जरिए 400 किलोमीटर दूर से ही किसी भी संदिग्ध हवाई गतिविधि की पहचान की जा सकती है। हवाई चेतावनी और नियंत्रण तकनीक वाले लड़ाकू विमान 30​ हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ सकते हैं और 312,000  किलोमीटर का क्षेत्र कवर कर सकते हैं। यह तकनीक किसी भी तरह के खतरे को पहले ही भांप लेती है और खतरे का डाटा, टारगेट की पहचान कर लेती है।  
     
    भारत से मात खाने के बाद पाकिस्तान ने हाल ही में स्वीडन की कंपनी साब एयरोस्पेस से चोरी-छिपे नया अवाक्स (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम्स) खरीदा है। पाकिस्तान जब स्वीडन की कंपनी से यह डील कर रहा था तो इसे सीक्रेट रखा गया था। इस डील के बारे में किसी को भनक न लग पाए, इसलिए स्वीडिश कंपनी साब ने भी केवल इतना बताया था कि यह एक अघोषित क्लाइंट के लिए ऑर्डर है। बाद में जब इस डील का खुलासा हुआ तो पता चला कि नए अवाक्स की आपूर्ति पाकिस्तान को की गई है। अब ओपन सोर्स इंटेलिजेंस @detresfa_ द्वारा जारी की गई एक नई तस्वीर में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान ने अपने एयरफोर्स बेस मिन्हास में नए एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम्स की तैनाती की है। इस तस्वीर में Saab 2000 ERIEYE AEW & C लिखा हुआ है। ​
     
    पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित मिन्हास एयरबेस या कामरा एयरबेस भारत के श्रीनगर से 222 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से उड़ान भरने के बाद पाकिस्तानी लड़ाकू विमान मुश्किल से पांच मिनट में भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर सकते हैं। इसके पहले पाकिस्तान ने बरसों से वीरान पड़े स्कर्दू एयरबेस को फिर से चालू कर दिया है। इस एयरबेस पर पाकिस्तान ने जेएफ-17 लड़ाकू विमान तैनात किए हैं। पाकिस्तान के इस एयरबेस का उपयोग चीनी सेना भी करती है।
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleदेश में रिकवरी रेट बढ़कर हुआ 89.52 प्रतिशत
    Next Article नेशनल ट्रीटमेंट योजना से प्लाज्मा थेरेपी की हो सकती है वाय-वाय
    sonu kumar

      Related Posts

      निर्वाचन आयोग के ट्रेनिंग कार्यक्रम में शामिल होगा झारखंड का 402 सदस्यीय दल

      May 15, 2025

      ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर नागरिक मंच ने निकाली तिरंगा यात्रा

      May 15, 2025

      फ्रिज लोडेड कंटेनर में लगी आग, लाखों का नुकसान

      May 15, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • पाकिस्तान के एटम बमों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी अपनी निगरानी में ले : राजनाथ
      • पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार ने यूपीएससी के अध्यक्ष का पदभार संभाला
      • नक्सली मुठभेड़ में घायल जवानों से मिलने एम्स पहुंचे अमित शाह, ट्रॉमा सेंटर में घायलों से मुलाकात कर जाना हालचाल
      • तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का ‘प्रेसिडेंशियल रेफरेंस’ पर कड़ा विरोध
      • निर्वाचन आयोग के ट्रेनिंग कार्यक्रम में शामिल होगा झारखंड का 402 सदस्यीय दल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version