Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, October 4
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»ईरान में सात अपराधियाें को दी गयी फांसी
    दुनिया

    ईरान में सात अपराधियाें को दी गयी फांसी

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 4, 2025Updated:October 4, 2025No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    तेहरान। ईरान ने कई वर्षाे पहले चार सुरक्षाकर्मियों और एक धर्मगुरु की हत्या के दोषी पाए गए सात आरोपितों को शनिवार को फांसी दे दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन सात अपराधियाें में से छह वे अरब अलगाववादियों थे जिन पर खूज़ेस्तान प्रांत के दक्षिण-पश्चिमी शहर खोर्रमशहर में सुरक्षाबलाें पर सशस्त्र हमले करने का आरोप था। हमलाें में चार सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। सातवा अपराधी समन मोहम्मदी खियारेह एक कुर्द है जिसे 2009 में कुर्द शहर सानंदज में सरकार समर्थक सुन्नी धर्मगुरु मामौस्ता शेख अल-इस्लाम की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था।

    इन सभी अपराधियाें का इज़राइल से संबंध था। हालांकि यह एक ऐसा आरोप जिसे ईरान नियमित रूप से जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ इस्तेमाल करता रहा है। इस बीच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने मोहम्मदी खियारेह काे फांसी दिए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि अपराध के समय वह केवल 15 या 16 वर्ष का था और उसे 19 वर्ष की आयु में गिरफ्तार किया गया था। फांसी से पहले एक दशक से अधिक समय तक उसे हिरासत में रखा गया था। कार्यकर्ताओं का आराेप है कि उसे यातनाए दी गई थीं जिसके तहत उससे अपराध की स्वीकारोक्ति ली गई थी।

    अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन “एमनेस्टी इंटरनेशनल” के अनुसार ईरान में इस साल अब तक 1,000 से अधिक लोगों को फांसी दी जा चुकी है जाे पिछले 15 वर्षों का सबसे अधिक वार्षिक आंकड़ा है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleभारी बारिश के कारण नेपाल में काठमांडू व अन्य हवाईअड्डों पर विमान सेवाएं प्रभावित
    Next Article वोटों की चोरी रोकें अभियान को लेकर कांग्रेस ने चलाया हस्ताक्षर अभियान
    shivam kumar

      Related Posts

      पाकिस्तान सरकार ने पीओके प्रदर्शनकारियों की अधिकतर मांगें मानीं, समझौते पर किए हस्ताक्षर

      October 4, 2025

      शांति प्रस्ताव को लेकर अमेरिकी धमकी के बाद राजी हुआ हमास, ट्रंप ने इजराइल को गाजा में कार्रवाई तत्काल रोकने को कहा

      October 4, 2025

      भारी बारिश के कारण नेपाल में काठमांडू व अन्य हवाईअड्डों पर विमान सेवाएं प्रभावित

      October 4, 2025
      Add A Comment
      Leave A Reply Cancel Reply

      Recent Posts
      • बिहार में अब नहीं होगा पलायन, एनडीए सरकार युवाओं को राज्य में दे रही रोजगार के अवसर : प्रधानमंत्री
      • चुनाव आयुक्त के साथ बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने दो चरणों में मतदान कराने का दिया सुझाव
      • देश की छवि को धूमिल करने वाला है राहुल का बयानः भाजपा
      • कांग्रेस ने 26/11 के हमले पर अमेरिकी निर्देशों पर किया कामः गौरव भाटिया
      • गुजरात भाजपा के नए अध्यक्ष बने जगदीश विश्वकर्मा
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version