काबुल। अफगानिस्तान ने पड़ोसी पाकिस्तान पर देश के पक्तिका प्रांत में हमले के दौरान अफगान क्रिकेटरों की हत्या का आरोप लगाया है। इसी के साथ अफगानिस्तान ने अगले महीने पाकिस्तान में होने वाली त्रिकोणीय शृंखला से हटने की घोषणा की है। अफगान क्रिकेट बोर्ड का पाकिस्तान की सेना के हमले में तीन खिलाड़ी कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून सहित पांच लोग मारे गए और सात घायल हो गए।
द बलोचिस्तान पोस्ट (पश्तो भाषा) की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान के तीन क्रिकेट खिलाड़ियों की मौत से पूरे देश में गम और गुस्सा है। अफगान क्रिकेट बोर्ड के बयान में कहा गया है कि अफगान क्रिकेट बोर्ड “पक्तिका प्रांत के अरगुन जिले के बहादुर क्रिकेटरों की दुखद मौत पर गहरा दुख और शोक व्यक्त करता है, जिन्हें पाकिस्तानी हमले का निशाना बनाया गया।” रिपोर्ट के अनुसार, इस संबंध में अभी तक पाकिस्तान सरकार या उसकी सेना ने कोई बयान जारी नहीं किया है।
बोर्ड का दावा है कि तीन खिलाड़ी कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून सहित पांच लोग मारे गए और सात घायल हो गए। बोर्ड ने कहा कि खिलाड़ी मैत्रीपूर्ण क्रिकेट मैच में भाग लेने के लिए पक्तिका प्रांत की राजधानी शाराना गए थे और लौटने पर आर्गन में उन्हें निशाना बनाया गया। अफगानिस्तान को अगले महीने नवंबर में त्रिकोणीय टी-20 शृंखला में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जाना था। मेजबान पाकिस्तान के अलावा, श्रीलंका की क्रिकेट टीम भी इस सीरीज में हिस्सा लेने वाली थी। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान राशिद खान और पूर्व कप्तान मोहम्मद नबी सहित अन्य खिलाड़ियों ने हमले की निंदा की है।
गल्फ न्यूज के अनुसार, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस हमले को “कायरतापूर्ण और अमानवीय” बताया है। यह शृंखला 5 से 29 नवंबर तक लाहौर और रावलपिंडी में खेली जानी थी। बोर्ड ने कहा कि वह “पीड़ितों के प्रति सम्मान” और शोकाकुल परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इसमें हिस्सा नहीं ले सकता। इस बीच खामा प्रेस (कतर की न्यूज एजेंसी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बढ़ते सीमा तनाव के बीच तालिबान के रक्षामंत्री मुल्ला याकूब मुजाहिद और खुफिया प्रमुख मुल्ला अब्दुल हक वसीक पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ शांति वार्ता के लिए आज तड़के दोहा पहुंचे।
तालिबान के नियंत्रण वाले सरकारी मीडिया ने शनिवार को बताया कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच, तालिबान के दो वरिष्ठ नेता पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए कतर गए हैं। यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब इस्लामाबाद तालिबान पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगा रहा है। काबुल पक्तिका प्रांत में पाकिस्तान के बार-बार किए गए हवाई हमलों की निंदा कर रहा है।
दोहा में राजनयिक सूत्रों ने बताया कि बदले हालात में अगर बैठकें होती हैं तो सीमा संचार तंत्र स्थापित करने और डूरंड रेखा पर सशस्त्र टकराव को कम करने पर केंद्रित होंगी। उधर, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि इस लड़ाई के कारण अफगानिस्तान में भारी नागरिक हताहत हुए हैं। पाकिस्तान ने रात को पक्तिका में हाफिज गुल बहादुर के एक ठिकाने को निशाना बनाकर हवाई हमले किए, जहां कथित तौर पर कई अफग़ान क्रिकेट खिलाड़ी मारे गए।