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    Home»दुनिया»ट्रंप प्रशासन ने नहीं माना संघीय अदालत का फैसला, नेशनल गार्ड के 200 जवान पोर्टलैंड में तैनात
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    ट्रंप प्रशासन ने नहीं माना संघीय अदालत का फैसला, नेशनल गार्ड के 200 जवान पोर्टलैंड में तैनात

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 6, 2025No Comments3 Mins Read
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    वाशिंगटन। ट्रंप प्रशासन ने एक संघीय न्यायाधीश का फैसला नहीं माना। प्रशासन ने फैसले को दरकिनार करते हुए ओरेगन के पोर्टलैंट में कैलिफोर्निया से नेशनल गार्ड के 200 सैनिकों को भेजा है। इस पर गवर्नर टीना कोटेक ने रविवार को कहा कि उन्हें पता है कि कैलिफोर्निया से 101 सैनिक रातों-रात विमान से ओरेगन पहुंच गए हैं। और भी सैनिक आने वाले हैं। उन्हें संघीय सरकार से कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर करने की घोषणा की है।

    ओरेगन कैपिटल क्रानिकल अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, कोटेक ने कहा कि यह कदम, “कल एक संघीय न्यायाधीश के फैसले को दरकिनार करने के लिए जानबूझकर उठाया गया प्रतीत होता है। तथ्य नहीं बदले हैं। ओरेगन में सैन्य हस्तक्षेप की कोई आवश्यकता नहीं है। पोर्टलैंड में कोई विद्रोह नहीं है। राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है। ओरेगन हमारा घर है।”

    व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एबिगेल जैक्सन ने एक ई-मेल में कहा कि ट्रंप ने हिंसा, दंगों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमलों के बाद पोर्टलैंड में संघीय संपत्ति की रक्षा के लिए अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग किया। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम को पोर्टलैंड और देश भर के शहरों को तबाह करने वाले अपराधियों के विरोध में खड़ा होना चाहिए।

    उल्लेखनीय है कि शनिवार दोपहर बाद संघीय न्यायाधीश कैरिन इमरगुट ने 18 अक्टूबर तक सैनिकों को ओरेगन भेजने पर अस्थायी रोक लगा दी थी। इस पर संघीय सरकार के वकीलों ने तुरंत एक नोटिस दायर किया और कहा कि वे इमरगुट के अस्थायी आदेश के खिलाफ नौवें सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में अपील करेंगे। इमरगुट ने लिखा, “यह संवैधानिक कानून वाला देश है, मार्शल लॉ वाला नहीं। प्रतिवादियों ने कई तर्क दिए हैं, जिन्हें अगर स्वीकार कर लिया जाता है तो नागरिक और सैन्य संघीय शक्ति के बीच की रेखा धुंधली हो सकती है। यह इस देश के लिए हानिकारक है।”

    ओरेगन के अटॉर्नी जनरल डैन रेफील्ड ने रविवार को संकेत दिया कि राज्य कैलिफोर्निया या अन्य किसी भी स्थान से सैनिकों की तैनाती को रोकने के लिए फिर से मुकदमा करने के लिए तैयार है। रेफील्ड ने कहा, ” राष्ट्रपति स्पष्ट रूप से अमेरिकी शहरों में सेना तैनात करने पर अड़े हुए हैं, जबकि ऐसा करने के लिए उनके पास कोई तथ्य या अधिकार नहीं है। उन्हें जवाबदेह ठहराना हम पर और अदालतों पर निर्भर है। हम यही करना चाहते हैं।” न्यूसम ने कहा कि कैलिफोर्निया भी ट्रंप के कानून और सत्ता के दुरुपयोग को रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई करेगा।

    पेंटागन ने रविवार को पुष्टि की कि अमेरिकी सेना ने कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड के लगभग 200 सदस्यों को पोर्टलैंड में तैनात किया है। पेंटागन के प्रवक्ता सीन पार्नेल ने कहा कि राष्ट्रपति के निर्देश पर ऐसा किया गया है। उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने कहा है कि पोर्टलैंड युद्धग्रस्त है। स्थिति को संभालने के लिए सैनिकों को भेजना जरूरी है। न्यूसम ने बयान में कहा, “यह कानून और सत्ता का जबरदस्त दुरुपयोग है। कमांडर-इन-चीफ अमेरिकी सेना को अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।”

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    shivam kumar

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