राजकोट: चेतेश्वर पुजार अपने घरेलू शहर में शतक से केवल एक रन दूर हैं जबकि मुरली विजय ने भी उनका अच्छी तरह से साथ निभाया है जिससे भारत ने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन आज यहां इंग्लैंड के 537 रन का करारा जवाब दिया। पुजारा जब 86 रन पर थे तब रेफरल के कारण उन्हें जीवनदान मिला। अपना 39वां टेस्ट मैच खेल रहा यह 28 वर्षीय बल्लेबाज चाय के विश्राम तक 99 रन बनाकर खेल रहे थे। विजय भी अपने शतक के करीब पहुंच गये हैं। वह चाय के समय 86 रन पर खेल रहे थे जिससे भारत ने एक विकेट पर 228 रन बनाये। इन दोनों ने अब तक दूसरे विकेट के लिये 160 रन जोड़े हैं।
यह छठा अवसर है जबकि इस जोड़ी ने शतकीय साझेदारी निभायी। पुजारा ने अब 166 गेंदों का सामना करके 15 चौके लगाये हैं। विजय 343 मिनट क्रीज पर बिता चुके हैं और उनकी पारी में छह चौके और दो छक्के शामिल हैं। भारत अभी इंग्लैंड से 309 रन पीछे है। दोनों ही बल्लेबाजों का दूसरे सत्र में भाग्य ने साथ दिया। पुजारा को पहली बार भारत में उपयोग किये जा रहे डीआरएस से जीवनदान मिला तो विजय भी जब 66 रन पर थे तब स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर कवर पर खड़े हसीब हमीद उनका कैच नहीं ले पाये थे। लेकिन इस बीच दोनों ने इंग्लैंड की अनुशासित और कसी हुई गेंदबाजी के सामने गजब का जज्बा दिखाया।
सुबह गौतम गंभीर : 29 : का विकेट दूसरे ओवर में ही गंवाने के बाद पुजारा और गंभीर ने पहले सत्र में 94 और दूसरे सत्र में 68 रन जोड़े। दोनों ने ही पूरे आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की। भारतीय क्रिकेट बोर्ड का इस श्रृंखला में निर्णय समीक्षा प्रणाली उपयोग करने का पहला फायदा पुजारा को मिला। जफर अंसारी की गेंद पर अंपायर क्रिस गैफेनी ने उन्हें पगबाधा आउट दे दिया था। दोनों बल्लेबाजों ने सलाह मशविरा करने के बाद रेफरल लिया और ‘बाल ट्रैकर’ से पता चला कि गेंद विकेट के उपर से निकल रही थी। इससे पुजारा के पिता और पत्नी सहित दर्शकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।