मुंबई: सरकार द्वारा कालेधन पर अंकुश के लिए 500, 1,000 के नोट के बंद करने के फैसले से और अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की धमाकेदार जीत के बीच आज स्थानीय बाजारों में भारी उतार चढ़ाव रहा लेकिन शाम तक बाजार में कफी हद तक स्थिरता लौट आयी। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरू में 1,689 अंक तक लुढ़क गया था। अंत में नुकसान 339 अंक तक सीमित हो गया। इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज भी 541 अंक तक नीचे गिरने के बाद अंत में करीब 112 अंक नीचे रहा। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 26,251.39 अंक पर कमजोर रुख से खुलने के बाद 26,000 अंक से नीचे 25,902.45 अंक तक नीचे आया। हालांकि, बड़ी कंपनियों के शेयरों में मूल्यवर्धन वाली खरीद से सेंसेक्स करीब 1,495 अंक सुधरने के बाद दिन के उच्चस्तर 27,397.38 अंक तक दिन के उच्चस्तर पर गया और और अंत में 338.61 अंक या 1.23 प्रतिशत के नुकसान से 27,252.53 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी भी 8,100 अंक से नीचे जाने के बाद अंत में 111.55 अंक या 1.31 प्रतिशत के नुकसान से 8,432 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी ने 8,002.25 अंक का निचला तथा 8,476.20 अंक का उच्चस्तर छुआ। बीएसई स्मॉलकैप 2.78 प्रतिशत तथा मिडकैप 2.03 प्रतिशत नीचे आया। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 86.66 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
सरकार ने मंगलवार को आश्चर्यजनक फैसला करते हुए कालेधन पर अंकुश के इरादे से 500 और 1,000 के नोटों पर रोक लगा दी। वहीं अरबपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन को हरा दिया। वह अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने हैं। एशियाई शेयर बाजारों में जापान का निक्की 5.36 प्रतिशत टूट गया। हांगकांग का हैंगसेंग 2.16 प्रतिशत नीचे आया। शांगहाए कम्पोजिट 0.62 प्रतिशत टूटा। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों में भी गिरावट का रुख था।