नयी दिल्ली: ब्रिटेन की PM थेरेसा मे ने सोमवार को कहा कि हमें उन भारतीयों के भारत वापस लौटने पर तेजी से काम करने की जरूरत है जिनके पास ब्रिटेन में रहने का कोई अधिकार नहीं है। भारतीयों को वीसा देने की प्रक्रिया में लचीलेपन का वादा करते हुए थेरेसा मे ने साफ किया कि इस वादे का पूरा होना `उन भारतीयों की ब्रिटेन से वापसी की गति और संख्या पर निर्भर करेगा, जिन्हें वहां रहने का अधिकार नहीं है।`
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने सोमवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक साझेदार देश हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के पास अपने संबंधों को बढ़ावा देने के लिए ‘बहुत अधिक संभावनाएं’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम मुक्त व्यापार में विश्वास रखते हैं। हम बाधाओं को तोड़कर व्यापार में सुधार कर सकते हैं।’’
थेरेसा ने कहा कि किसी भी अन्य यूरोपीय देशों की तुलना में भारत ने ब्रिटेन में अधिक निवेश किया है और ठीक इसी तरह ब्रिटेन ने भी किसी भी अन्य जी-20 देश की तुलना में भारत में अधिक निवेश किया है। थेरेसा ने लोकतंत्र के साझा मूल्यों और दोनों देशों के बीच कानून के नियम के बारे में बात करते हुए कहा कि ब्रिटेन में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं और दोनों देश बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीयों के लिए ब्रिटेन की यात्रा करना आसान होगा। थेरेसा ने कहा, ‘नियमित तौर पर ब्रिटेन आने वाले भारतीय व्यापारी अब पंजीकृत यात्रा योजना के पात्र होंगे।’ थेरेसा भारत के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद थेरेसा मे की यह पहली भारत यात्रा है। भारत और ब्रिटेन व्यापार पर संयुक्त कार्यसमूह गठित करने तथा रक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।