नई दिल्ली: स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली के बीच आभूषण विक्रेताओं की मांग में भारी गिरावट के कारण सोना अपने तीन वर्ष के उच्च स्तर पर कायम नहीं रह पाया और 600 रुपये की गिरावट को प्रदर्शित करता हुआ 31,150 रुपये प्रति 10 ग्राम तक नीचे आ गया। लेकिन विदेशों में सोने की कीमतों में तेजी आई।
सिक्का निर्माताओं की कमजोर उठान के बीच स्टॉकिस्टों की बिकवाली से चांदी की कीमत भी 300 रुपये की गिरावट के साथ 45,000 रुपये के स्तर से नीचे 44,700 रुपये प्रति किग्रा रह गयी। बाजार सूत्रों ने कहा कि मौजूदा उच्च स्तर पर आभूषण विक्रेताओं की लिवाली गतिविधियां धीमी पड़ने से मुख्यत: बहुमूल्य धातुओं की कीमतें तीन वर्ष के उच्चतम स्तर से नीचे आ गई।
हालांकि विदेशों में सोने में मजबूती का रख रहा जहां सिंगापुर में सोने की कीमत में 0.92 प्रतिशत की तेजी आई जिसके कारण यहां गिरावट पर कुछ अंकुश लग गया। राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोना 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता की कीमत 600-600 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 31,150 रुपये और 31,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई।
अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की विजय के बीच विदेशों में मजबूती के रख और काला धन पर अंकुश लगाने के लिए सरकार के द्वारा अधिक मूल्य वाले 500 और 1,000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने के फैसले के बाद सोना कल 900 रुपये की तेजी के साथ तीन वर्ष के उच्चतम स्तर 31,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू गया। गिन्नी के भाव में 100 रुपये की गिरावट के साथ 24,600 रुपये प्रति 8 ग्राम पर बंद हुए।
गिरावट के आम रुख के अनुरूप चांदी तैयार की कीमत 300 रुपये की गिरावट के साथ 44,700 रुपये प्रति किग्रा और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 375 रुपये की गिरावट के साथ 43,900 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई। दूसरी ओर चांदी सिक्कों की कीमत लिवाल 77,000 रुपये और बिकवाल 78,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिरता का रुख दर्शाते बंद हुए।