तिरुवनंतपुरम, 1 नवंबर (आईएएनएस)| केरल बुधवार को अपना 61वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस उपलक्ष्य में राज्य में कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं, और कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं। राज्यपाल पी. सतशिवम ने राज्य के स्थापना दिवस पर केरल के लोगों को बधाई दी है।
उन्होंने ट्वीट किया, एक नवंबर को केरल का 61वां स्थापना दिवस। राज्य और विश्व भर में रह रहे केरल के लोगों को हार्दिक बधाई।
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वह बुधवार को प्रवासी मजदूर समुदाय के लिए एक नई बीमा योजना का भी शुभारंभ करेंगे।
इस दिन केरल की महिलाएं पारंपरिक ‘केरल साड़ी’ और पुरुष ‘धोती’ (मुंडू) में दिख रहे हैं।
केरल सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए विभिन्न संगठनों ने दर्जनों रैलियां आयोजित की है। राज्य की राजधानी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़कों का यातायात दूसरी तरफ मोड़ दिया गया है।
कोझीकोड के मुक्कोम में नाराज निवासियों ने गेल की भूमिगत पाइप लाइन बिछाए जाने का विरोध करने के लिए पुलिस से भिड़ गए। निवासियों को उनसे ली गई जमीन का वांछित मुआवजा नहीं मिला है।
राजनीतिक मोर्चे पर पूर्व रक्षामंत्री ए. के. एंटनी ने राज्य और केंद्र सरकार दोनों के निराशाजनक प्रदर्शन के विरोध में कसारगोड़ में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला की राज्यव्यापी यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे।
केरल का गठन एक नवंबर, 1956 को किया गया था।
केरल का निर्माण मद्रास राज्य के मालाबार जिले और दक्षिण कानारा (दक्षिण कन्नड़) के कासारगोड़ के साथ त्रावणकोर-कोचीन राज्य के विलय से हुआ।
आधुनिक केरल 14 जिलों में विभाजित है और तिरुवनंतपुरम राज्य की राजधानी है।