सनसनीखेज प्रद्युम्न हत्याकांड में बुधवार को एक नया मोड़ आ गया। सीबीआई ने इस सिलसिले में गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के ही 11वीं कक्षा के एक छात्र को हिरासत में ले लिया। जांच एजेंसी ने यह दावा किया कि प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या इसी छात्र ने की है। सीबीआई के मुताबिक आरोपी छात्र ने स्कूल की परीक्षा और पेरेंट्स-टीचर मीटिंग टालने के लिए प्रद्युम्न की हत्या की। आरोपी छात्र के नाबालिग होने के चलते सीबीआई ने बुधवार को उसे जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी छात्र को 3 दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है।
सुनवाई के दौरान आरोपी छात्र के परिवार ने रिमांड का विरोध किया।
एजेंसी का मानना है कि 11वीं कक्षा का छात्र पढ़ाई में कमजोर था और उसने कथित तौर पर प्रद्युम्न का गला इसलिए रेता था ताकि स्कूल में अवकाश घोषित हो जाए और पूर्व निर्धारित पीटीएम तथा परीक्षा टल जाए।
मामले में आए हैरतंगेज मोड़ में लगभग 16 वर्ष के हाइस्कूल के एक छात्र को स्कूल के भीतर अपने जूनियर की हत्या के आरोप में मंगलवार देर रात पकड़ा गया।
स्कूल के दूसरी कक्षा के छात्र सात वर्षीय प्रद्युम्न की आठ सितंबर को सुबह स्कूल में ही हत्या कर दी गई थी। उसका गला किसी धारदार हथियार से रेता गया था।
सीबीआई को बस कंडक्टर अशोक कुमार के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है। निर्दयता से की गई हत्या के मामले में गुरुग्राम पुलिस उसे ही आरोपी मान रही थी।
सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि हत्या में इस्तेमाल हुआ हथियार, एक चाकू, उस शौचालय के कमोड में मिला है जहां कथित तौर पर हत्या हुई थी।
यह वही चाकू है जो गुरुग्राम पुलिस ने बरामद किया था।
सोहना का रहने वाला है आरोपी छात्र
सीबीआई ने बताया कि आरोपी छात्र सोहना का रहने वाला है। जांच एजेंसी ने मंगलवार रात इसे सोहना के डिफेंस कॉलोनी से गिरफ्तार किया। CBI के मुताबिक पहले दिन से ही उसे शक हुआ जब इस छात्र के बयान में बहुत विरोधाभास दिखा। इसने ही प्रद्युम्न को सबसे पहले देखा था और सूचना दी थी।
सीबीआई की थ्योरी
सीबीआई ने बताया कि एजेंसी ने सीसीटीवी फुटेज को देखा जिसमें लोग शौचालय के भीतर और बाहर आते-जाते नजर आ रहे हैं। उसी के आधार पर एजेंसी ने संदिग्धों की सूची में काट-छांट की। एजेंसी को यौन हमले का कोई भी साक्ष्य नहीं मिला है।
सूत्रों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और अपराध स्थल के विश्लेषण के आधार पर एजेंसी ने मामले के सभी संदिग्धों की जांच की। सीबीआई के विशेष अपराध दल ने सभी संदिग्धों के मोबाइल रिकॉर्ड जांचे।
सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया कि हालांकि ग्यारहवीं कक्षा के छात्र ने हत्या की योजना आठ सितंबर को ही बना ली थी लेकिन कानून की नजर में आए नाबालिग ने यह तय नहीं किया था वह किसको मारेगा।
सूत्रों के मुताबिक संयोग से प्रद्युम्न शौचालय में पहुंच गया और सीनियर छात्र की भयावह योजना का शिकार बन गया।
हाइस्कूल के आरोपी छात्र के पिता ने टेलीविजन चैनल को बताया कि उनका बेटा निर्दोष है और वह पहले दिन से पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं।
आरोपी छात्र के पिता की भी पहचान उजागर नहीं की गई है। उन्होंने कहा, मेरे बेटे ने कुछ नहीं किया। उसने प्रद्युम्न का शव देखने के बाद इस बारे में माली और शिक्षकों को सूचित किया। वह पूरे दिन स्कूल में ही रहा, परीक्षा में भी बैठा। मेरे बेटे के कपड़ों पर खून का एक भी धब्बा नहीं था ।
उन्होंने बताया कि यह चौथी बार था जब मंगलवार को उन्हें बुलाया गया। उन्होंने कहा, मैं वहां सुबह करीब ग्यारह बजे पहुंचा और देर रात दो बजे निकला, इसका सीसीटीवी फुटेज देखा जा सकता है।
सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि जांच अभी भी जारी है।
सीबीआई जिस निष्कर्ष पर पहुंची है वह गुरुग्राम पुलिस के लिए बड़ी ही शर्मिंदगी का कारण बनेगा क्योंकि उसने हत्या का दोष बस कंडक्टर अशोक कुमार पर लगाया था और कहा था कि वह चाकू के साथ शौचालय में इंतजार कर रहा था।
बस कंडक्टर को क्लीन चिट नहीं
सीबीआई ने पकड़े गए आरोपी अशोक को क्लीन चिट नहीं दी है। वह अभी भी जांच में शामिल है। उसे गुड़गांव की अदालत में पेश किया जाएगा। वहीं सीबीआई ने प्रद्युम्न के साथ यौन उत्पीड़न की बातों को नकार दिया और कहा कि प्रदुमन के साथ कोई सेक्सुअल नहीं हुआ था।